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ओमप्रकाश राजभर खुद गठबंधन तोडऩा नहीं चाहते हैं। सार्वजनिक मंच से ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बीजेपी में हिम्मत है तो गठबंधन तोड़ कर दिखाये। सुभासपा के पास राजभर समाज का बड़ा वोट बैंक है। बीजेपी सहित अन्य बसपा व सपा में भी राजभर नेता है लेकिन राजभर समाज के लिए ओमप्रकाश ही सबसे बड़े नेता है। यदि ओमप्रकाश राजभर खुद गठबंधन तोड़ते हैं तो अन्य दलों के राजभर नेता इसका बड़ा फायदा उठा लेंगे। यदि बीजेपी ही गठबंधन तोड़ती है तो ओमप्रकाश राजभर यह संदेश देंगे कि अति पिछड़े राजभर के साथ बीजेपी ने धोखा दिया है जिसके बाद ओमप्रकाश राजभर का अपने समाज में कद बढऩा तय है।
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कहने को तो ओमप्रकाश राजभर कैबिनेट मंत्री है लेकिन सरकार में उनकी जरा भी नहीं चलती है। सुभासपा काफी समय से लखनऊ में पार्टी कार्यालय के लिए जमीन चाहती है लेकिन अभी तक जमीन नहीं मिली है। बनारस में पीएम नरेन्द्र मोदी के आगमन के समय सुभासपा को आमंत्रण नहीं मिला था जिससे सुभासपा और नाराज है। बीजेपी व सुभासपा का गठबंधन टूटता है तो सुभासपा अखिलेश यादव, मायावती व अखिलेश यादव के महागठबंधन में जा सकते हैं। सुभासपा के नेता ने पहले ही दावा किया है कि महागठबंधन से उनकी वार्ता हो चुकी है बस समय का इंतजार किया जा रहा है।
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