डेढ हजार ने ठुकराया जॉब ऑफर बनारस सेवा योजन कार्यालय की ओर से शनिवार को जॉब फेयर लगाया गया था। इस रोजगार मेले में देश की 45 कंपनियां आई थीं। इन कंपनियों को विभिन्न छोटे-बड़े काम के लिए तीन हजार युवाओं की आवश्यकता थी। लेकिन मिले महज डेढ हजार। ऐसा क्यों हुआ इसका जवाब तलाशा गया तो पता चला कि शेष युवाओं को अपने शहर में ही काम चाहिए था। लिहाजा उन्होंने गुजरात, देहरादून और नोएडा जाने से इंकार कर जॉब ऑफर ठुकरा दिया। हालांकि युवाओं का तर्क रहा कि अपेक्षित पैकेज न मिलने के चलते उन्होंने ये जॉब ऑफर ठुकराया। उनका कहना था कि 10-20 हजार के लिए घर छोड़ कर उतनी दूर जा कर करेंगे भी क्या?
9 हजार आवेदकों में चुने गए डेढ़ हजार सेवा योजन कार्यालय के रोजगार मेले में जॉब पाने की लालसा में नौ हजार 172 युवाओं का साक्षात्कार देश की 45 कंपनियों ने लिया। लेकिन इसमें से चुने गए सिर्फ एक हजार 647 युवा। इसमें भी सर्वाधिक 45 हजार रुपये की सैलरी पर वैशाली को देहरादून की बाबा फरीद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में सहायक प्रोफेसर के लिए चुना गया। दरअसल इस संस्थआन को 45 हजार रुपये सैलरी पर ही 6 युवाओं की आवश्यकता रही लेकिन कोई मिला ही नहीं वहां जाने को।
इन पदों के लिए मिला जॉब ऑफर वैसे इस रोजगार मेले में टेल कॉलर, सेल्समैन, ट्रेनी ऑपरेटर, हेल्पर, मशीन ऑपरेटर, सिक्योरिटी गार्ड, फील्ज एग्जीक्यूटिव एजेंसी लीडर जैसे पदों के लिए जॉब ऑफर मिला।