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वाराणसी

बाबा विश्वनाथ की पूजा की थाली से पंचामृत, गुलाब की माला हटाई गई, मगर रेट पुराना

श्री काशी विश्वनाथ की पूजा थाली से पंचामृत और गुलाब की माला हटा दी गई है। लेकिन पूजा थाली के दर में कोई कमी नहीं हुई है। इसे लेकर भक्तों में आक्रोश है। उधर मंदिर प्रशासन इस मुद्दे को टालने की कोशिश में लगा है। मंदिर प्रशासन का तर्क है कि कोरोना काल के चलते पूजा थाली में पूजन सामग्री की कमी करने पर विचार चल रहा है।

वाराणसीJan 24, 2022 / 02:58 pm

Ajay Chaturvedi

श्री काशी विश्वनाथ

श्री काशी विश्वनाथ

वाराणसी. एक तरफ केंद्र व राज्य सरकार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को भव्य स्वरूप दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया जिसके बाद देश ही नहीं विदेशों से भी दर्शनार्थियों का हुजूम उमड़ रहा है। भक्त मंदिर पहुंच कर पूरी आस्था से पूजन करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें जितने की भी रसीद कटवानी पड़े कटवाते हैं। लेकिन मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं की भावना से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहा। अब बाबा विश्वनाथ के पूजन के लिए जो थाली की बिक्री मंदिर प्रशासन की ओर से की जाती है उस थाली से पंचामृत और गुलाब की खुशबूदार माला गायब हो गई है। इसे लेकर बाबा के श्रद्धालुओं में आक्रोश व्याप्त है। भक्तों की आपत्ति के बाद मंदिर प्रशासन ने मामले की जांच कराने को कहा है।
श्री काशी विश्वनाथ की पूजा थाली से गुलाब की माला और पंचामृत हटाया गया, देखें पहले और अब की थाली
बाबा विश्वनाथ पूजा की थाली की कीमत है 450 रुपये

बता दें कि बाबा विश्वनाथ के पूजन की जो थाली भक्तों को मंदिर प्रशासन की ओर से दी जाती है उसके लिए भक्तों को 450 रुपये की रसीद कटवानी होती है। इस 450 रुपये की पूजा थाली में पूजन सामग्री और प्रसाद संग दक्षिणा भी शामिल कर ली गई है। मंदिर प्रशासन पूर्व में पूजा की थाली में अक्षत, हल्दी, भांग, रोली, भस्म- चंदन, चीनी, शहद, घी, दही, जनेऊ, बेलपत्र, कपूर, अबीर, सुपारी, गुलाब माला संग मिश्री का प्रसाद भी शामिल रहता था जो अब घटकर काफी कम हो गया है। इन दिनों जो थाली भक्तों को दी जा रही है उसमें से गुलाब की माला और पंचामृत हटा दिया गया है।
मंदिर प्रशासन ने कहा, कोरोना के चलते मात्रा में कमी

बाबा विश्वनाथ की पूजा की थाली से पंचामृत व गुलाब की माला हटा कर गेंदे की माला रखने के बाबत मंदिर प्रशासन का कहना है कि कोरोना काल को देखते हुए मात्रा कम करने पर विचार हो रहा है। लेकिन पंचामृत हटाना गलत है इसकी जांच कराई जाएगी।
450 रुपए की कटती है रसीद
बता दें कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के पूजन के लिए अलग-अलग रेट तय हैं। इसी के तहत 450 रुपये में शास्त्री से बाबा के अभिषेक की रसीद काटी जाती है। पूजा सामग्री में कटौती देख श्रद्धालुओं ने आपत्ति जताई तो उन्हें बताया गया कि मंदिर प्रशासन की ओर से मिले आदेश के तहत ही अभिषेक की सामग्री दी जा रही है।
सामग्री में कमी पर रेट जस का तस
श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर की ओर से एक शास्त्री से अभिषेक का रेट 450 रुपए तय है। इसमें मंदिर शुल्क, पूजा की थाल व शास्त्री की दक्षिणा भी शामिल है। इस समय इसमें पूजन सामग्री तो कम कर दी गई है लेकिन रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
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