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बीजेपी के लिए तीन तलाक का मुद्दा बेहद खास है। आमतौर पर बीजेपी को मुस्लिम वोटरों का साथ नहीं मिलता है। सपा, कांग्रेस, बसपा एवं अन्य दल ही इस वोट बैंक में सेंधमारी करते हैं। वर्ष २०१९ में संसदीय चुनाव होने वाला है। पीएम नरेन्द्र मोदी को फिर से दिल्ली की सत्ता पर कब्जा करना है तो मुस्लिम मतों में सेंधमारी करनी होगी। ऐसे में बीजेपी ने तीन तलाक का मुद्दा उठाया हुआ है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई हो चुकी है और निर्णय आना बाकी है। बीजेपी अब यह संदेश देना चाहती है कि यदि उसकी सरकार गयी तो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति नहीं मिल पायेगी। बीजेपी को उम्मीद है कि तीन तलाक के मुद्दे पर पार्टी को मुस्लिम महिलाओं का समर्थन मिलेगा। पीएम मोदी ने भी अपने भाषण में इस मुद्दे को उठा कर साफ कर दिया है कि वह तीन तलाक प्रकरण को छोडऩे वाले नहीं हैं।
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