scriptगायत्री प्रजापति की मदद करना इंस्पेक्टर को पड़ा भारी, जांच में साबित हुआ दोष | Police Inspector can punished Gayatri prajapati help issue | Patrika News
वाराणसी

गायत्री प्रजापति की मदद करना इंस्पेक्टर को पड़ा भारी, जांच में साबित हुआ दोष

हो सकती है बड़ी कार्रवाई, जानिए क्या है कहानी

वाराणसीAug 23, 2019 / 05:05 pm

Devesh Singh

Gayatri prajapati

Gayatri prajapati

वाराणसी. रेप के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की मदद करना एक इंस्पेक्टर पर भारी पड़ गया है। मामला का खुलासा होने के बाद एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने मामले की जांच करायी थी और जांच में इंस्पेक्टर दोषी मिले थे जिसके बाद उन्हें नोटिस जारी की गयी है। वर्तमान समय इंस्पेक्टर बालकृष्ण शुक्ल लखनऊ में सीसीसीआईडी में तैनात हैं।
यह भी पढ़े:-सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहली बार दिये यह निर्देश, अधिकारियों की उड़ गयी नीद
बनारस के एक फर्नीचर व्यवसायी ने 9 जून 2018 को गायत्री प्रजापति पर जेल से फोन कर रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था। व्यवसायी ने दशाश्वमेध पुलिस को इसकी शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था बाद में डीजीपी के यहां पर शिकायत करने पर पुलिस को पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ 30 जून 2018 को मुकदमा दर्ज करना पड़ा था। पुलिस की आरंभिक जांच में यह बात साबित हुई थी कि व्यापारी को लखनऊ जेल से फोन आया था। जिस मोबाइल नम्बर से व्यापारी को फोन किया गया था उसे बिलकुम्भा गांव, लखनऊ निवासी मान सिंह ने जेल में तैनात एक कर्मचारी की मदद से नष्ट करा दिया था। इस मामले में मान सिंह को गिरफ्तार भी किया गया था। इसी बीच दशाश्वमेध थाने में प्रतापगढ़ से आये इंस्पेक्टर बालकृष्ण शुक्ला की तैनाती हो जाती है। मामले की जांच बालकृष्ण शुक्ला करने लगते हैं। तत्कालीन इंस्पेक्टर ने जांच के दौरान पूरे मामले से पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति का नाम हटा दिया था। दशाश्वमेध क्षेत्राधिकारी अभिनव यादव के पास जब नाम हटाने की फाइल पहुंची तो उन्होंने आपत्ति जतायी थी और चार्जशीट को वापस कर दिया था। यही मामला जब मीडिया की सुर्खियों में आया तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था जिस मामले में गायत्री प्रजापति को आरोपी बनाया जाना था पुलिस ने उसी मामले में उन्हें क्लीन चिट दे दी थी। एसएसपी ने इस मामले की जांच करायी जो तत्कालीन दशाश्वमेध प्रभारी बालकृष्ण शुक्ला दोषी पाये गये हैं और उनके खिलाफ अब आगे की कार्रवाई की जायेगी।
यह भी पढ़े:-सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा, NDRF के साथ बोट में बैठ कर देखी स्थिति

Home / Varanasi / गायत्री प्रजापति की मदद करना इंस्पेक्टर को पड़ा भारी, जांच में साबित हुआ दोष

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो