जून के पहले पखवारे में पड़ी गर्मी ने लोगों को डरा दिया था। जिस तरह से अधिकतम तापमान ४६ डिग्री सेल्यिसस के पार जा रहा था उससे लोगों की परेशानी बढ़ गयी थी। दो दिन पहले रात में हुई बारिश के बाद मौसम में बदलाव की बयार बहना शुरू हो गयी थी। 21 जून को धूप से अधिक उमस ने लोगों को सताया था लेकिन शनिवार को फिर से मौसम में बदलाव हुआ है। भोर में हुई बारिश ने लोगों को उमस से राहत दिलायी। इसके बाद शाम तक रुक-रुक कर बारिश होने का क्रम जारी थी। हरियाली की कमी के चलते बनारस हीट आईलैंड बन चुका है, जिसके चलते झमाझम की जगह हल्की बारिश हुई है। बनारस में सोनभद्र के रास्ते से मानसून प्रवेश करता है जिसके पहुंचने का समय 15 जून होता है लेकिन इस बार मानसून एक्सप्रेस लेट चल रही है जिस कारण मानसून अब माह के अंतिम सप्ताह में पहुंच सकता है।
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बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के चलते हो रही बारिश
मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि एक साइकोलोनिक सिस्टम पूर्वी यूपी में बना हुआ है। एक द्रोणिका हेड वे बंगाल तक जा रही है। वहां पर भी एक सिस्टम बन रहा है जिससे बंगाल की खाड़ी से दक्षिणी पूर्वी हवा नमी लेकर आ रही है, जिसके चलते बारिश हो रही है। अनुमान है कि 24 जून तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। बनारस में 30 जून तक मानसून दस्तक दे सकता है इसके पहले लोगों को उमस व गर्मी से बड़ी राहत नहीं मिलने वाली है।
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मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि एक साइकोलोनिक सिस्टम पूर्वी यूपी में बना हुआ है। एक द्रोणिका हेड वे बंगाल तक जा रही है। वहां पर भी एक सिस्टम बन रहा है जिससे बंगाल की खाड़ी से दक्षिणी पूर्वी हवा नमी लेकर आ रही है, जिसके चलते बारिश हो रही है। अनुमान है कि 24 जून तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। बनारस में 30 जून तक मानसून दस्तक दे सकता है इसके पहले लोगों को उमस व गर्मी से बड़ी राहत नहीं मिलने वाली है।
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