आरोप है कि इस पूरे प्रकरण पर चीफ प्रॉक्टर प्रो रोयाना सिंह ने अपने करीबी को पीड़ित छात्रा मंजू के घर भेजा था। बताया जा रहा है कि चीफ प्रॉक्टर के वह रिश्तेदार हैं जो मंजू के परिवार वालों से मिलने गए थे। वो गए इसलिए थे कि वह पीड़त के परिवार वालों को समझा कर सुलह करा दें। उन्होंने परिवार वालों पर भरसक दबाव बनाने की कोशिश भी की।
लेकिन पीड़ित के परिवार वालों पर उनकी बातों का कोई असर नहीं पड़ा उल्टे परिवार वालों ने वीडियो बना लिया और उसे सीएम योगी आदित्यनाथ सहित पुलिस के आला अफसरों से इस ताजा घटनाक्रम की शिकायत की। इस पर संज्ञान लेते हुए आईजी ने सीओ भेलूपुर को निर्देश दिया है।