राहुल गांधी शनिवार को गोरखपुर दौरे पर पहुंचे। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, यूपी अध्यक्ष राज बब्बर, पूर्व मंत्री आरपीएन सिंह और विधायक आराधना मिश्रा भी मौजूद थीं। राहुल गांधी ने गोरखपुर में मृत बच्चों के पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की और उन्हें ढाढस बंधाया।
शहर के एक होटल में शाम को पत्रकारों से मुखातिब राहुल गांधी ने कहा कि मैं बीआरडी मेडिकल कॉलेज जाना चाहता था लेकिन कैंसिल कर दिया। बताया गया जिस दिन मुख्यमंत्री वहां गए थे काफी परेशानी मरीजों को हुई थी। मैं किसी भी सूरत में मरीजों को परेशान होते नहीं देख सकता। इसलिए वहां नहीं गया। उन्होंने कहा कि मैं पीड़ित परिवार से मिला। सबने बताया कि ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई है बच्चों की। कुछ को अम्बु बैग दिया गया लेकिन वह नाकाफी थे।
पूरे मामले को लेकर प्रधानमंत्री और मुख्यमत्री योगी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कहा कि बीआरडी अस्पताल की स्थिति से उन्होंने पीएम को अवगत कराकर ध्यान दिलाया था कि यहां बहुत कमियां हैं। अस्पताल के लिये पैसा देने का आग्रह भी किया था। आरोप लगाया कि पूरे मामले पर एक्शन लेने के बजाय सरकार को बचाने की कोशिा की जा रही है, जबकि इस मामले पर कड़ा एक्शन लेना चाहिये।
उन्होंने दावा किया कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से ही हुई थी। सरकार की ओर से कोई कड़ा एक्शन न लेने की बात कहते हुए सवाल उठाया। बोले कि मेरा यही मैसेज है कि सरकार को बवर अप करनेके बजाय कड़ा एक्शन लेना चाहिये।
उन्होंने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि हमें ऐसा न्यू इण्डिया नहीं चाहिये। जहां बच्चे मरते हों। हमें ऐसा न्यू इण्डिया चाहिये जिसमें अस्पताल चलें और गरीब लोग अपने बच्चों को अस्पताल ले जाएं तो खुशी से लेकर लौटें। उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत यूपी का मामला नहीं। यह नेशनल ट्रेजिडी है। इसे देश के हेल्थकेयर सिस्टम पर एक प्रश्न चिन्ह बताया।
by Dhirendra Gopal