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वाराणसी

जयंती पर पूजे गए पवनसुत हनुमान, संकट मोचन में लगी भक्तों की लंबी कतार

संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र ने भक्तों को वितरित किया प्रसाद।

वाराणसीOct 18, 2017 / 07:03 pm

Ajay Chaturvedi

अक्षयवट हनुमान

पवनसुत हनुमान

वाराणसी. हनुमान जयंती पर शहर और ग्रामीण इलाकों में पूजे गए पवनसुत हनुमान। बजरंगबली का भव्य श्रृंगार किया गया। विविध नैवेद्य चढाए गए। संकट मोचन मंदिर में भोर से ही कतार लग गई थी। उधर विश्वनाथ गली में जहां मंगलवार को मां अन्नपूर्णा के पूजन अर्चन के लिए भक्तों का रेला लगा रहा तो देर रात चतुर्दशी तिथि लगने के बाद अक्षयवट हनुमान मंदिर में विधिवित श्री हनुमान का जन्मोत्सव मनाया गया। कमोबेश यही हाल अन्य हनुमान मंदिरों का रहा। यही नहीं घर-घर में बजरंगबली की सविधि आराधना की गई। यह सिलसिला दिन भर चलता रहा। मंदिरों में श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा।
हनुमान जयंती पर संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र भक्तों में प्रसाद वितरित करते
कार्तिक मास के कृष्‍ण पक्ष की चतुर्दशी तीथि को पवनपुत्र हनुमान जी की जयंती मनाने का विधान है। इसके तहत श्री संकटमोचन मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का अपार जनसमूह उमड़ा। मंदिर के महंत प्रो. विश्‍वम्‍भर नाथ मिश्र के सानिध्‍य में प्रात: 5.30 बजे हनुमान जी का विशेष श्रृंगार कर भव्‍य आरती की गई। इसके पश्‍चात महंत जी ने अपने हाथों से भक्‍तों में प्रसाद का वितरण किया। इस अवसर पर मंदिर में अपार जनसमूह उमड़ा हुआ था, हर हर महादेव व जय बजरंग बली के उद्घोष से पूरा मंदिर प्रांगण गूंज रहा था।
संकट मोचन मंदिर में भक्तों की कतार
उधर काशी विश्वनाथ रेड जोन स्थित अक्षयवट हनुमान का जन्मोत्सव भी धूम-धाम से मनाया गया। देर रात लग्नानुसार मंगल मुहूर्त में अंजनी पुत्र का जन्मोत्सव किया गया। बाबा का पंचामृत स्नान कराया गया। फिर नूतन वस्त्र धारण करा कर गेंदा,तुलसी, टेंगरी के मालाओं से भव्य सजावट किया गया। बाबा को लड्डू ,फल, चना का भोग लगाया गया और महंथ हरि गोविंद पाठक ने हनुमत लला की महाआरती की। आरती-पूजन के बाद भोर में 4.30 बजे भक्तो के दर्शन के लिए मंदिर का कपाट खोल दिया गया। भक्तो न हनुमत दर्शन-पूजन कर शुख-समृद्धि की कामना की। भक्तो में प्रसाद स्वरूप लड्डू, चना का वितरण किया गया । इसी तरह से रथयात्रा स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर, दुर्गा मंदिर के पीछे स्थि बकटी हनुमान जी जिन्हें सेनापति भी कहा गया है, रामकटोरा आदि मंदिरों में भी हनुमान जी का सविधि जन्मोत्सव मनाया गया।
संकट मोचन मंदिर में प्रसाद वितरण
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