वाराणसी

Ram Navami 2021: श्रीराम शोभयात्रा स्थगित, नहीं सजेगी मर्यादा पुरुषोत्तम की झांकी, मंदिरों के कपाट बंद, भक्त घर से ही करें पूजा

– Ram Navmi in Kashi
– कोरोना के कारण नहीं निकलेगी भगवान राम की शोभयात्रा
– मंदिरों के कपाट बंद, भक्त घर से ही करें पूजा

वाराणसीApr 21, 2021 / 09:33 am

Karishma Lalwani

कोरोना संक्रमण के कारण रामनवमी का आयोजन स्थगित, नहीं सजेगी मर्यादा पुरुषोत्तम की झांकी, मंदिरों के कपाट बंद, भक्त घर से ही करें पूजा

वाराणसी. Ram Navami. शिव की नगरी काशी में उनके आराध्य भगवान राम का पूजन इस बार सूना है। आज रामनवमी है लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण वाराणसी में होने वाले सभी आयोजनों को स्थगित कर दिया गया है। गंगा की लहरों पर हर साल निकलने वाली रामकथा मंदाकिनी शोभायात्रा को स्थगित कर दिया गया है। रामकथा मंदाकिनी शोभायात्रा के समन्वयक चंद्रशेखर कपूर का कहना है कि संचालक मंडल की बैठक में रामकथा यात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। सांकेतिक आरती के जरिए परंपरा का निर्वहन किया जाएगा। श्रीराम शोभयात्रा को भी स्थगित कर दिया गया है।
श्रीराम शोभात्रा स्थगित

विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में रामनवमी पर हर साल निकलने वाली श्रीराम शोभायात्रा को स्थगित कर दिया गया है। काशी महानगर के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों ने कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया। रामनवमी पर यह यात्रा हर साल औरंगाबाद से कालीमहल, पानदरीबा, चेतगंज, लहुराबीर, नई सड़क, गिरजाघर होते हुए राम शोभयात्रा निकलती है जो दशाश्वमेध घाट तक पहुंचती है। शोभायात्रा में भगवान राम के जन्म के साथ ही मानस के विविध प्रसंगों पर आधारित झांकियां आकर्षण का केंद्र होती हैं। संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ गंगा की मध्यधारा में नाव-बजड़ों पर सजी झांकियों की आरती उतारते हैं। इसके बाद रामधुन और भजनों के साथ राम की लीलाओं पर आधारित झाकियां आगे बढ़ जाती हैं। लेकिन इस बार जिले में कोरोना से स्थिति दयनीय है। ऐसे में राम शोभयात्रा न निकालकर घरों में भगवान राम के पूजन का फैसला किया गया है। यात्रा की शुरुआत 2004 में अशोक सिंघल ने कराई थी।
पूजा की विधि

आज के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि कर लेना चाहिए। निर्धारत शुभ मूहूर्त में हवनकुंड के सामने बैठ जाएं। हवनकुंड में अग्नि स्थापना के पहले सभी देवी-देवताओं का आह्वान करना शुभ होता है।हवनकुंड में सभी देवी-देवताओं के नाम की आहुति डालें। आज के दिन पूजा अर्चना के साथ ही दान करना पुण्य माना जाता है।
पूजा का शुभ मुहूर्त

– चैत्र नवरात्रि नवमी तिथि का प्रारम्भ – 21 अप्रैल, 2021 को 00:43 बजे से

– चैत्र नवरात्रि का नवमी तिथि समाप्त – 22 अप्रैल, 2021 को 00:35 बजे पर
– हवन के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 02 मिनट से दोपहर 01 बजकर 38 मिनट तक

– राम नवमी मध्याह्न समय : दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर

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