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वाराणसी

सीएम योगी आदित्यनाथ की योजना को झटका, अभी बनारस में नहीं चल पायेंगी इलेक्ट्रिक बस

चार्जिंग सेंटर के लिए अभी तक अधिकृत नहीं हो पायी जमीन, नवम्बर में 10 बसे मिलनी थी

वाराणसीDec 18, 2018 / 01:55 pm

Devesh Singh

Electric bus

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वाराणसी. पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में सीएम योगी आदित्यनाथ की इलेक्ट्रिक बस चलाने की मुहिम को तगड़ा झटका लगा है। बनारस में इस साल इलेक्ट्रिक बस नहीं चल पायेंगे। नवम्बर में ही 10 इलेक्ट्रिक बस मिलनी थी लेकिन चार्जिंग सेंटर तक नहीं बनने से योजना जमीन पर नहीं उतर पायी। शासन स्तर में दिसम्बर में ऐसी बसों को चलाने के लिए कमेटी का गठन हुआ है। ऐसे में नये साल ही इलेक्ट्रिक बस बसे चल पायेंगी।
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शहर को प्रदूषण से मुक्त करने व यात्रियों को अधिक सुविधा देने के लिए ही इलेक्ट्रिक बस चलाने की योजना थी। सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने बनारस में इलेक्ट्रिक बस चलाने की घोषणा की थी। कुछ माह पहले ही कहा गया था कि सावन के बाद इन बसों का संचालन हो सकता है लेकिन शासन की धीमी कार्यप्रणाली से अभी तक बसों का संचालन नहीं हुआ। बनारस रोडवेज की बात की जाये तो यहां पर इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशन तक नहीं बन पाया है। रोडवेज प्रशासन ने पार्किंग, वर्कशाप व चार्जिंग स्टेशन के लिए राजातालाब के मिर्जामुराद के पास जमीन देखी है और शासन की संस्तुति के लिए प्रस्ताव भेजा है जिस पर अभी शासन स्तर से ही निर्णय नहीं हुआ। ऐसे में इस साल इलेक्ट्रिक बस चलाना संभव नहीं होगा।
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यूपी के आठ शहरों में इलेक्ट्रिक बस चलाने के लिए कमेटी का हुआ गठन
यूपी के आठ शहरों में इलेक्ट्रिक बस चलाने के लिए अभी कमेटी बनायी गयी है। तीन सदस्यीय कमेटी की अध्यक्षता डिप्टी सीएम डा.दिनेश शर्मा करेंगे। जबकि दो अन्य सदस्य नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना व स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह सदस्य हैं। कमेटी बस चलाने से पहले उसका परीक्षण करेंगी। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ को कमेटी की रिपोर्ट भेजी जायेगी। रिपोर्ट के आधार पर ही इलेक्ट्रिक बसों के संचालन पर अंतिम निर्णय होगा।
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आठ शहरों के लिए 520 इलेक्ट्रिक बसों के खरीद की योजना
यूपी के आठ बड़े शहरों में चलाने के लिए 520 इलेक्ट्रिक बसों के खरीदने की योजना बनायी गयी है। बनारस के अतिरिक्त लखनऊ, प्रयागराज, आगरा, गाजियाबाद, कानपुर, गोरखपुर व शाहजहांपुर में इन बसों को पहले चलाया जायेगा।
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बनारस को मिलनी थी 10 ई बसे
बनारस को नवम्बर में ही 10 इलेक्ट्रिक बस देने की बात कही गयी थी लेकिन चार्जिंग स्टेशन नहीं बनने से बसों को भेजना संभव नहीं हुआ है। चर्चा इस बात की भी है कि अभी तक बसों की खरीद तक नहीं हुई है ऐसे में बसों को भेजना व संचालन कराना संभव नहीं होगा। अधिकृत रुप से बसों की खरीद को लेकर अधिकरी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
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32 से 40 सीटर होगी ई बसे
बनारस को मिलने वाली ई बसे 32 से 40 सीटर होगी। रोडवेज को जगह मिल जायेगी तो इन बसों को वही पर चार्ज किया जायेगा। वहां पर छोटा वर्कशाप भी बनाने की योजना है ताकि बसों की मरम्मत की जा सके। बसों के आने के बाद ही पता चल पायेगा कि एक बार में चार्ज होने पर यह बस कितना किलोमीटर चल पायेंगी।
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जानिए क्या कहा अधिकारी ने
रोडवेज के आरएम केके शर्मा ने पत्रिका को बताया कि जमीन का चयन कर शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। शासन से संस्तुति मिलने के बाद जमीन का अधिग्रहण किया जायेगा। इसके बाद वहां पर इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिंग, पार्किंग व वर्कशाप का निर्माण होगा।
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