बता दें कि सोमवार को दोपहर बाद तीन बजे का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। हालांकि सुबह के नौ बजे से गर्म हवाएं चलने लगी थीं। सड़कें तकरीबन खाली हैं। ऐसे में गत एक सप्ताह से खुले स्कूलों में जाने वाले बच्चों की हालत बिगड़ जा रही है लौटते वक्त। वैसे भी इस शहर की ट्रैफिक ऐसी कि अगर स्कूली वाहन फंस जाए तो घंटों धूप में झुलसना तय है। शहर में पानी की किल्लत अलग से है। ऐसी सूरत में स्कूली बच्चों का बुरा हाल हो रहा था। यह मांग 21 जून से ही हो रही थी लेकिन अब जा कर डीएम ने स्कूलों में छुट्टी की है। दरअसल सरकारी स्कूलों में 25 जून तक गर्मी की छुट्टियां चल रही थीं ऐसे में जिला प्रशासन को भी इसकी परवाह नहीं थी। अब जब सरकारी स्कूल समवार से खुले तो प्रशासन हरकत में आया और मंगलवार और बुधवार के लिए अवकाश घोषित किया। यह दीगर है कि 21 जून से खुले स्कूलों में भी बच्चों की संख्या नगण्य ही थी। कई स्कूलों ने तो अपने स्तर से अवकाश घोषित कर रखा है।
बता दें कि सोमवार को भले बनारस का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस हो पर पिछले करीब एक महीने से लोगों का गर्मी के मारे बुरा हाल है। बच्चे तो बच्चे, बड़े भी बेहाल हैं। घर हो या दफ्तर, दिन हो या रात कहीं भी कभी भी चैन नहीं। ऊपर से बिजली की अंधाधुंध कटौती। हर कोई परेशान है। उधर मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अभी इस स्थिति में सुधार की कोई गुंंजाइश नहीं है।