यूपी विधानसभा 2017 चुनाव में मिली करारी हार के बाद पूर्व सीएम
अखिलेश यादव को भी कहीं ना कहीं यह समझ में आ गया कि, अंदरूनी कलह के साथ चुनाव नहीं जीता जा सकता। इसलिए अब पार्टी में सबकुछ ठीक करते हुए सभी को साथ लेकर चलना होगा। तो अब पार्टी शिवपाल यादव को बड़ी जिम्मेदारी सौपने वाली है।
जी हां शिवपाल यादव को सपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाया जा रहा है। जिसपर जब मिर्जापुर पहुंचे शिवपाल यादव से सवाल किया गया तो मुस्कुराते हुए उनका कहना था कि, उन्हें जो पार्टी जिम्मेदारी देगी वह बखूबी निभाएंगे। इससे पहले भी जिम्मेदारी निभाते रहे हैं। उनका कहना था कि, इससे पहले भी वह समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और महासचिव रह चुके हैं। दो बार हमने सरकार भी बनाई है। जो हमें जिम्मेदारी मिलेगी वह सब जिम्मेदारी निभाएंगे। यानी, सपा में यादव परिवार के बीच पिछले कई महीनों से चल रहे विवाद में सुलह के आसार नजर आने लगे हैं। शिवपाल सिंह यादव ने स्वयं इसको लेकर इशारा भी किया।
बीजेपी की बढ़ेगी परेशानी अगर ऐसा है तो, यह खबर बीजेपी की 2019 लोकसभा चुनाव में परेशनी बढ़ाने वाली है। क्योंकि, अगर शिवपाल की राजनीतिक रणनीति औ अखिलेश की राजनीतिक लोकप्रियता एक साथ हो तो मुकाबला कांटे का होगा। वहीं शिवपाल यादव ने भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, भाजपा ने अभी तक कोई काम नहीं किया है। जो भी वादा किये एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है। हर मोर्चे पर यह लोग फेल है। हम सभी को उसका फायदा मिलेगा। जो गठबंधन हो रहा है उसका भी फायदा मिलेगा। शिवपाल यादव का कहना था कि, भाजपा के लिए आने वाले चुनाव अग्नी परीक्षा की तरह साबित होंगे। उसमे जनता हिसाब किताब लेगी। जैसा किया है वैसा भरेंगे।