scriptदोनों हाथ से गोली चलाते हैं यह शूटर, सुपारी लेकर करते हैं लोगों की हत्या | Shooter with both hands Hindi News | Patrika News
वाराणसी

दोनों हाथ से गोली चलाते हैं यह शूटर, सुपारी लेकर करते हैं लोगों की हत्या

ठेकेदार विशाल सिंह की हत्या भी ऐसे शूटरों ने की, जानिए क्या है कहानी

वाराणसीOct 13, 2017 / 03:19 pm

Devesh Singh

रिवाल्वर

रिवाल्वर

वाराणसी. आम तौर पर सुपारी लेकर हत्या करने वाले अपराधी एक ही रिवाल्वर का उपयोग करते हैं, लेकिन कुछ शूटर ऐसे होते हैं जो दोनों हाथ से रिवाल्वर से गोली चला कर किसी को भी मौत की नींद सुला देते हैं। सिगरा में ११ अक्टूबर को हुई ठेकेदार विशाल सिंह की हत्या को ऐसे ही शूटरों ने अंजाम दिया है।
यह भी पढ़े:-माफिया से माननीय बने बृजेश सिंह को कोर्ट से तगड़ा झटका, टूट सकता बड़ा सपना


ठेकेदार विशाल की हत्या का खुलासा करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। पुलिस के ऐसे मामालों में खुलासा करने में समय लगता है जब कई लोगों पर हत्या करने का शक रहता है। ठेकेदार विशाल सिंह का जरायम की दुनिया से कनेक्शन था। व्यवसाय को लेकर सहयोगियों से भी मतभेद था। इसके अतिरिक्त यूपी के सबसे बड़े सुपारी किलर के रिश्तेदार की हत्या की जानकारी भी विशाल सिंह को होने की बात आ रही है। पुलिस ने मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया है। पुलिस के पास एक ही सबूत है कि मारने वाला शूटर दोनों हाथ से गोली चला रहा था। पूर्वांचल में ऐसे आधा दर्जन शूटर हैं जो दोनों हाथ से गोली चला कर लोगों की हत्या करते हैं।
यह भी पढ़े:-कही जरायम की दुनिया से कनेक्शन तो नहीं ठेकेदार विशाल सिंह की मौत का कारण
अन्य राज्यों से भी आ सकते हैं शूटर
झारखंड के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की मार्च में ताबड़तोड़ गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। घटना तो झारखंड से हुई थी, लेकिन हत्या करने वाले शूटर पूर्वांचल के भी थे, जिन्हें एसटीएफ ने पूर्वांचल से पकड़ कर झारखंड पुलिस को सौंपा था। पुलिस इस दिशा में भी काम कर रही है और अपने मुखबिरों के जरिए पश्चिम यूपी व हरियाणा के शूटरों की भी जानकारी जुटायी जा रही है जो काफी काम आ सकती है।
यह भी पढ़े:-अपना दल व सुभासपा में कौन पड़ेगा बीजेपी पर भारी
मोबाइल का लोकेशन की भी जांच कर रही पुलिस
सिगरा में ठेकेदार विशाल सिंह के भोजनालय से लेकर विद्या विहार स्थिति आवास के बीच घटना के समय मोबाइल नम्बरों की पुलिस जांच कर रही है। आम तौर पर इन जांच से पुलिस को पता चलता है कि उस समय कौन मोबाइल नम्बर अधिक सक्रिय था और घटना के बाद मोबाइल बंद हो गया है या फिर मोबादल लिया हुआ व्यक्ति लगातार सफर कर रहा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो