बतादें कि 1872 में काशी के प्राचीन लाइब्रेरी में कारमाइकल भवन को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ट्रस्ट ने ख़रीद लिया था। जिसमें कई दुकानें भी है। हाईकोर्ट से याचिका ख़ारिज होने के बाद ट्रस्ट के उक्त भवन को सरकार द्वारा प्रस्तावित काशी विश्वनाथ का कारीडोर योजना में शामिल करके गिराया जा रहा था। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका की सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति इन्दिरा बनर्जी व न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी की बेंच ने विशेष अनुमति याचिका पर सुनवाई करते हुये अग्रिम आदेशों तक ध्वस्तीकरण पर रोक लगा दिया।