मलदहिया चौराहे से शिक्षक व छात्रों ने मशाल जुलूस निकाला। जुलूस सिगरा होते हुए काशी विद्यापीठ के पास जाकर समाप्त हुआ। जुलूस में शामिल शिक्षक व छात्रों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के रोस्टर प्रणाली के विरोध में केन्द्र सरकार अध्यादेश नहीं लाती है तो चुनाव में उसका खामियाजा भुगतना होगा। रोस्टर प्रणाली से आरक्षित वर्ग के छात्रों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। शिक्षक व छात्रों ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने विश्वविद्यालय व कॉलेजों का इकाई मानने के स्थान पर विभाग को इकाई मान कर रोस्टर के माध्यम से आरक्षण देने को कहा है। इससे आरक्षित वर्ग के छात्रों को सबसे अधिक नुकसान होगा और उनके साथ न्याय नहीं हो पायेगा। वक्ताओं ने कहा कि जब तक पीएम नरेन्द्र मोदी सरकार इस निर्णय के खिलाफ अध्यादेश नहीं लाती है तब तक हम लोगों का आंदोलन जारी रहेगा। ३१ जनवरी को बीएचयू सिंह द्वार से रविन्द्रपुरी स्थित पीएम नरेन्द्र मोदी के जनसम्पर्क कार्यालय तक मार्च निकाला जायेगा। मशाल जुलूस में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के आरक्षण बचाओ मोर्चा के उपमंत्री डा.उमाकांत पासवान, डा.अनिल चौधरी, प्रो.रंजन, काशी विद्यापीठ छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल राज, डा.रमेश कुशवाहा, डा.अखिलेश कुमार, डा.दीपक आदि शिक्षक, छात्र व अन्य संगठन के सदस्य शामिल थे।
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