डॉ. अजय कृष्ण चतुर्वेदी
वाराणसी. गांवों के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए शासन स्तर से सूबे के सभी जिला और मंडलीय अधिकारियों को निर्धारित प्रोफार्मा भेज दिया गया है। इस प्रोफार्मा के आधार पर ही शिक्षकों को मनचाहे विद्यालय के लिए स्थानांतरण/ समायोजन के लिए आवेदन करना है।
आवेदन पत्र
upsecgtt.upsdc.gov.in वेबसाइट पर अपलोड किया जाना है। इसमें सारी जानकारी प्रथमतया खुद शिक्षक को ही भरना होगा। हालांकि इसका परीक्षण संबंधित प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक भी करेंगे। उसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक जिले भर से प्राप्त आवेदनों की स्क्रीनिंग कर उसे संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय भेजेंगे। समायोजन/स्थानांतरण की अंतिम कार्रवाई संयुक्त शिक्षा निदेशक स्तर से की जाएगी।
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शासनादेश के मुताबिक समायोजन/स्थानांतरण के लिए तीन जोन बनाए गए हैं। जोन ‘ए’ शहरी क्षेत्र, जोन ‘बी’ तहसील मुख्यालय और जोन ‘सी’ इन दोनों से इतर होगा। जोन बी के तहत तहसील मुख्यालय से दो किलोमीटर में स्थित राजकीय विद्यालय होंगे। नियमानुसार जोन ए के शिक्षकों को पहले जोन सी के विद्यालयों को विकल्प के रूप में भरना होगा। जोन सी के सारे विद्यालयों में जरूरत के मुताबिक शिक्षकों की तैनाती हो जाने के बाद जोन बी के विद्यालय और उसके बाद जोन एक में ही जहां जिस विषय के शिक्षकों की कमी होगी वहां उन्हें भेजा जाएगा।
नियमानुसार हर राजकीय विद्यालय में एक हिंदी, एक अंग्रेजी, एक गणित, जीव विज्ञान और गृह विज्ञान के शिक्षक की तैनाती होनी चाहिए। ऐसे में जहां कहीं भी एक से ज्यादा शिक्षक तैनात हैं तो उन्हें वहां भेजा जाएगा जहां संबंधित विषय के शिक्षक नहीं होंगे। इसमें प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक स्तर से टाइमटेबल के हिसाब से संबंधित शिक्षकों के पीरियड का आंकलन भी करना होगा। यहां बता दें कि राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापक को भी नियमानुसार न्यूनतम 12 पीरियड (कक्षाएं) पढ़ाना अनिवार्य है।
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माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमर नाथ वर्मा की ओर से शुक्रवार (14 जुलाई) को प्रदेश के सभी संयुक्त शिक्षा निदेशकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वहीं शिक्षा निदेशक की ओर से जारी दिशा निर्देश को संयुक्त शिक्षा निदेशक अजय कुमार द्विवेदी ने मंडल के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों तथा डीआईओएस की ओर विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व प्रधानाध्यापकों को जारी कर दिए गए हैं।