बता दें कि भदोही-मिर्जापुर के पूर्व सांसद और बसपा नेता नरेंद्र कुमार कुशवाहा गुरूवार की रात लखनऊ से लौट रहे थे। नवाबगंज के छिंदौरा मोड़ पर उनकी सफारी की टक्कर से बाइक पर सवार रंजीत व उसके मामा रोहित सिंह की मौत हो गई। शिवबरन उर्फ भुल्लर नाई भी चपेट में आ गया। लखनऊ ले जाते समय उसकी भी मौत हो गई। आरोप था कि हादसे के बाद पूर्व सांसद के चालक ने भागने के चक्कर में तीन लोगों को कुचल दिया।
तिलक होने के बाद रंजीत के बारात की तैयारी धरी की धरी रह गई। महज एक हफ्ते बाद ही हादसे में मरे रंजीत की बारात जाने वाली थी, लेकिन अब जहां बाजों की धुन सुनाई देने वाली थी वहां पीड़ित मां की हिचकियां आ रही है। तिलक में ही रंजीत को अपाची बाइक मिली थी। उसकी शादी में शामिल होने उसके मामा रोहित भी आए थे, लेकिन एक दुर्घटना ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है।
24 फरवरी को जाने वाली थी बारात
नवाबगंज थाना क्षेत्र के छिंदौरा गांव निवासी रंजीत सिंह का तिलक 13 फरवरी को हुआ था। उसकी बारात 24 फरवरी को जानी थी। इसके लिए घर में तैयारियां चल रहीं थीं। तिलक के साथ ही उसकी शादी में शामिल होने के लिए उसका मामा रोहित सिंह निवासी सेमरी सलवन रायबरेली भी आए थे। दोनों नवाबगंज कुछ सामान की खरीदारी करने आए थे।