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ओएमआर शीट में जो नम्बर दिये गये थे उसके आगे नया नम्बर लिख कर सारा खेल किया गया है। ओएमआर शीट पर छात्र या छात्रा को 2 नम्बर मिला है तो अंक पत्र में दो नम्बर के बाद तीन नम्बर लिख कर 23 कर दिया गया है। इससे फेल छात्रों को भी पास होने का मौका मिल गया है। यूपी बोर्ड में हुए खेल के खुलासे के बाद से हड़कंप मचा हुआ है।
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यूपी बोर्ड के रिजल्ट का प्रतिशत बढ़ाना चुनावी खेल है या फिर शिक्षा माफिया से आगे यूपी बोर्ड प्रशासन हार गया है। यूपी बोर्ड की व्यवस्था को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। यूपी सरकार ने नकल विहिन परीक्षा कराने के लिए सभी केन्द्रों पर सीसीटीवी लगाया था, जिसके उद्देश्य था कि साल भर पढऩे वाले छात्रों को फायदा हो। यूपी बोर्ड में जिस तरह से फेल छात्रों को पास कर दिया गया है उससे शिक्षा की गुणवत्ता तो प्रभावित होगी। साथ ही यूपी बोर्ड के साख पर बड़ा प्रश्रचिह्न लग गया है। यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव भले ही ऐसा किसी खेल होने से इंकार कर रही है लेकिन ओएमआर शीट व अंक पत्र के नम्बरों में हेरफेर का जबाव बोर्ड अधिकारियों को देना ही होगा।
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