इस दौरान जिलाधिकारी ने धर्मगुरुओं के साथ कोविड-19 के संबंध में चर्चा करते हुए अब तक जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी साथ ही धर्म गुरुओं से सहयोग की अपील की। उन्होंने खाने पीने की चीजों से सम्बंधित समस्या की जानकारी ली और कहा कि जहां कहीं भी जिला प्रशासन के सहयोग की जरूरत हो तो वह तत्काल सम्पर्क करें।
डीएम ने कहा कि जिन लोगों को बीमारी के लक्षण हैं वे 1077 कन्ट्रोल रूम में सूचना दें और दीनदयाल अस्पताल में जा कर स्क्रीनिंग करायें और इलाज करायें तथा इलाज में पूरा सहयोग करें। अस्पताल में डॉक्टरों/कर्मचारियों से किसी प्रकार का दुर्व्यवहार न करें। उन्होंने धर्मगुरुओं से कहा कि वे अपनी ओर से समाज के लोगों से अपील करें और उन्हें बीमारी के खतरों से आगाह करते हुए जिला प्रशासन की कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी भी दें। वहीं धर्मगुरुओं का कहना है कि इस ख़तरनाक बीमारी से बचने और लोगों को बचाने के लिए ये जरूरी है कि आगामी 8 अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच पड़ने वाले पर्व “शब-ए-बारात” पर कोई भी घरों से नहीं निकले, किसी जगह भी आने-जाने की किसी को अनुमति नहीं होगी। सभी लाकडाउन का कड़ाई से पालन करेंगे। बैठक में अब्दुल बातिन, अखलाक अहमद, ए.मलिक व एस.एम.यासीन मौजूद रहे।