वाराणसी. हरिश्चन्द्र पीजी कालेज में छात्रसंघ चुनाव की घोषणा होने के बाद छात्रों खुब खुशियां मनायी है लेकिन इतनी देर में यहां पर चुनाव होगा कि 3 माह काम करेंगे और 6 माह तक चुनाव में विजयी होने का आनंद उठायेंगे। छात्रसंघ को लोकतंत्र की नर्सरी कहा जाता है इसलिए यहां पर चुनाव जीतने के बाद पदाधिकारियों के पास ऐसा मंच होता है जिसके आधार पर वह प्रदेश चुनाव में भागीदारी कर सकते हैं।
प्रदेश में सपा सरकार के आने के बाद हरिश्चन्द्र पीजी कालेज में पहली बार इतनी देर में छात्रसंघ चुनाव होने वाला है। मैदागिन चौराहे व उसके आस-पास का क्षेत्र हमेशा से सपा के पक्ष में मतदान करने वाला होता है। यहां से छात्रसंघ चुनाव जीते कई प्रत्याशी ऐसे है जो छात्रसभा से लेकर छात्र युवजन सभा में महत्वपूर्ण पद पर आसीन है ऐसे में यहां के छात्रसंघ चुनाव में वर्तमान सत्ता पक्ष का खास ध्यान रहता है।
30 जून को खत्म हो जायेगा कार्यकाल
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध हरिश्चन्द्र पीजी कालेज में नियमानुसार वर्तमान में चयनित होने वाले छात्रसंघ पदाधिकारियों का कार्यकाल 30 जून को खत्म हो जायेगा। कालेज प्रशासन ने छात्रसंघ चुनाव के लिए ३० जून निर्धारित किया है इसके अनुसार जो भी प्रत्याशी चुनाव जीतता है उसके पास अधिकतम तीन माह का ही समय बचेगा। मार्च से काशी विद्यापीठ व संबद्ध कालेजों में परीक्षा का आयोजन होता है ऐसे में प्रत्याशी चुनाव में विजयी होने के नाम पर लाखों रुपये फूंक रहे है लेकिन उनके पास कुछ करने का समय नहीं बचेगा।
सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा चुनाव प्रचार
कालेज में भले ही छात्रसंघ चुनाव दिसम्बर में होने वाला है लेकिन जनवरी 2015 से ही कालेज में चुनाव प्रचार आरंभ हो गया था। पंपलेट बैनर पोस्टर की बात छोड़ दी जाये तो प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार का सबसे सस्ता माध्यम सोशल मीडिया ही बचता है इसलिए फेसबुक व वाट्सअप पर जमकर चुनाव प्रचार हो रहा है। प्रत्याशी इन माध्यमों का उपयोग परीक्षा फार्म के साथ कालेज में भरे जाने वाले विभिन्न तरह के फार्म की तिथि बताने में कर रहे हैं।