मालूम हो कि पूर्व में सिरोंज चौराहा से लेकर शमशानघाट तक करीब ८०० मीटर के रोड के लिए 3 करोड़ 82 लाख रूपए का डीपीआर भेजा गया था। लेकिन डीपीआर वापस आ गया था। इसके बाद अब पुन: इस सड़क को टुकड़ों में बनाने के लिए कम राशि का डीपीआर भोपाल भेजा गया है।
मालूम हो कि इस खस्ताहाल मार्ग से व्यापारी वर्ग से लेकर आम नागरिक परेशान हैं। इस सड़क की मरम्मत और पुन: निर्माण के लिए व्यापारी वर्ग के साथ ही आम नागरिक पूर्व में कई बार ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी सुनवाई नहीं होने से नागरिक खासे परेशान हैं।
इस खस्ताहाल मार्ग से दिनभर धूल के गुबार उड़ते हैं। जिसके चलते दुकानदारों को जहां दिन में कई बार साफ-सफाई करना पड़ती है। वहीं रोड किनारे रहने वाले नागरिक अपने घरों के खिड़की-दरवाजे बंद रखने में ही अपनी भलाई समझते हैं। इसके अलावा धूल के कारण कई लोग श्वांस संबंधी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। वहीं खस्ताहाल मार्ग के कारण दो पहिया और चार पहिया वाहनों में रखरखाव भी खूब निकल रहा है। वहीं जरासी बारिश में यहां कीचड़ हो जाता है।
मालूम हो कि इस सड़क निर्माण को लेकर विधायक उमाकांत शर्मा ने एक कार्यक्रम में 15 दिन का समय दिया है। १५ दिन में सड़क निर्माण प्रक्रिया शुरु नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी। इस कारण प्रशासनिक अमला भी इस सड़क को जल्द से जल्द बनवाने की तैयारी में है।
हर बार डीपीआर का बहाना करके जनता को गुमराह किया जा रहा है। कई सालों से सीएमओ डीपीआर भोपाल होने का बोल देते है अगर अब टुकड़ों में रोड बनाने का बोल रहे है, तो हो सकता है बन जाए।
– रमेश पंथी, समाजसेवी, लटेरी
कई वर्षों से मेन रोड को खस्ताहाल देख रहा हूं। कई अनशन एवं कई ज्ञापन व्यापारी द्वारा दिए गए, लेकिन प्रशासनिक एवं नगर परिषद द्वारा कोई कार्रवाई मेन रोड को लेकर नहीं की जा रही है।
– घनश्याम शर्मा, व्यापारी, लटेरी
सिरोंज रोड से लेकर जयस्तंभ चौक तक पुन: डीपीआर तकनीकी स्वीकृति कार्यपालन यंत्री के यहां भेजा गया है। एक करोड़ 27 लाख रुपए का डीपीआर ए हफ्ते में आ जाएगा। उसके बाद टेंडर प्रक्रिया चालू की जाएगी।
– पीएस खरे, सीएमओ, लटेरी