बुधवार शाम सवा पांच बजे छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के जनरल व स्लीपर कोच प्लेटफार्म से आगे जाकर रूके। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। खासकर वृद्धों और महिलाओं को इतने नीचे से चढऩे उतरने में बहुत मुश्किल हुई। कई बार शिकायतों के बाद भी रेलवे द्वारा पैंसेजर-एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों को रूकने के लिए रेलवे संकेतक नहीं लगाए जा सके हैं। जबकि नजदीक स्थित गंजबासोदा रेलवेस्टेशन पर रेलवे ने ट्रेनों को रूकने के लिए संकेतक लगा रखे है। संकेतक न होने के कारण मंडीबामोरा में चालक कई बार ट्रेन को स्टार्टर सिंग्नल पर पहुंचकर ही रोकते है, जिससे यात्रियों को कभी दिन में तो कभी रात में आने वाली ट्रेनों में भी पटरियों पर से सवार होना पड़ता है। इसके अलावा कई बार तो आधा प्लेटफार्म पीछे रह जाता है और यात्रियों को ट्रेन के पीछे दौड़कर अपना कोच ढूंढना पड़ रहा है। मंडीबामोरा स्टेशन पर लगभग सभी ट्रेनों के सिर्फ एक या दो मिनिट का स्टापेज है। ट्रेन आगे निकल जाने के बाद यात्रियों में भगदड़ की स्थिति बन जाती है। फिर यात्री जान का जोखिम लेकर चलती हुई ट्रेन में सवार होने की कोशिश भी करते है।
अधिकारियों को संकेतक लगाने के पत्र भेज चुके है। अगर संकेतक नहीं लगे है तो पुन: बात कर प्लेटफार्मों पर पैंसेजर, एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों को रूकने के लिए संकेतक लगावाए जाएगें।
–एके साहू, स्टेशन अधीक्षक मंडीबामोरा