गांव के बलवीर सिंह राजपूत, रघुनाथ सिहं जादौन, जगमोहन तिवारी और रंजीत सिहं पाल ने बताया कि इस सड़क पर सुबह से लेकर देर रात तक भारी वाहनो की आवाजाही रहती है। इस कारण दिनभर धूल के गुबार उड़ते रहते हैं और धूल घरों में भरा जाती है। जिससे दिन में जहां कई बार साफ-सफाई करना पड़ती है। वहीं श्वांस संबंधी बीमारियों की चपेट में नागरिक आ रहे हैं।
कई बार दे चुके ज्ञापन
ग्रामीणों ने बताया कि वे कई बार क्षेत्रीय विधायक से लेकर सांसद और अधिकारियों को इस सड़क की मरम्मत, निर्माण तथा नाली निर्माण के लिए ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस कारण गांव में धूल की समस्या जस की तस बनी हुई है। खासकर बारिश में खासी दिक्कत होती है और यह मार्ग कीचड़ में तब्दील हो जाता है।