— जीर्ण शीर्ण टीनशेड में लग रहीं कक्षाएं कुरवाई का सीएम राइज स्कूल पुराने भवन में ही संचालित है। यहां नवीं से बारहवीं तक की चार कक्षाएं तो अब भी पुराने और जीर्ण शीर्ण हो चुके टीनशेड वाले कमरों में लग रही है। स्टाॅफ कुछ कहने को तैयार नहीं, लेकिन कमरों का हाल बता रहा है कि बारिश के दिनों में यहां पानी भी खूब टपकता है। फर्नीचर भी अभी पुराने से ही काम चलाना पड़ रहा है।
— 58 में से मात्र 24 पद भरे किसी भी स्कूल को सुचारू रूप से चलाने के लिए पहली आवश्यकता भवन और दूसरी शिक्षकों की हाेती है। लेकिन कुरवाई के सीएम राइज में भवन भी पुराना और जर्जर है तो दूसरी ओर शिक्षकों की भारी कमी। सीएम राइज के मान से तो शिक्षक मिले ही नहीं हैं, यहां तो पुराने उत्कृष्ट विद्यालय के मान से भी स्टाॅफ नहीं है। स्कूल में 58 शिक्षकों के पद हैं, लेकिन इसमें से कार्यरत हैं मात्र 24, व्याख्याताओं के स्वीकृत 12 पदों में से मात्र 6 व्याख्याता यहां हैं। केजी कक्षाओं से लेकर बारहवीं तक यही िस्थति है।
— जगह नहीं, इसलिए प्राथमिक स्कूल अलगसीएम राइज में केजी से लेकर बारहवीं तक की कक्षाएं एक ही परिसर में लगाने का प्रावधान है। लेकिन कुरवाई के सीएम राइज के मौजूदा परिसर में इतना जगह ही नहीं कि सब कक्षाएं एक साथ लग सकें। इसलिए इस स्कूल परिसर से दूर प्राथमिक कन्या शाला बाजार शाला को कक्षा एक से पांच तक की कक्षाएं लगाने के लिए चुना गया। लेकिन वह भवन भी जर्जर हो गया तो अब यही कक्षाएं एकीकृत कन्या माध्यमिक शाला पठारशाला में लगाना पड़ रही हैं।
— विवादित चबूतरा हटाया, लेकिन पर्दा कायम है… पिछले दिनों कुरवाई के सीएम राइज परिसर में चबूतरा और उस पर मजारऩमा निर्माण कर देने का मामला सामने आया था। लेकिन राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के यहां दौरे और उनके निर्देश के बाद प्रशासन ने सबकी सहमति से ये नया निर्माण हटवाया। लेकिन इसे नजरों से बचाए रखने के लिए स्कूल के पुराने गेट पर अब भी बड़ा पर्दा लटक रहा है। उधर भवन का रंग रोगन बाहर से तो सीएम राइज के मानदंडों के अनुसार कर दिया गया, लेकिन पुराने भवन में अब भी दीवाराें, जालियों पर हरे रंग का पेंट चमक रहा है।
—— वर्जन… स्कूल का नया भवन स्वीकृत हो गया है, जल्दी ही निर्माण शुरू होगा। रंग रोगन भी बदला जा रहा है। शिक्षकों की कमी जरूर है, उम्मीद है शासन स्तर से वह कमी भी जल्दी पूरी होगी। एकेडमिक से हटकर भी कुछ बेहतर करना है। लैब, खेलकूद गतिविधियां भी सूधारेंगे। नई पहल है, थोड़ा समय लगेगा लेकिन कल बेहतर होगा।
-रश्मिकांत श्रीवास्तव, प्रभारी प्राचार्य सीएम राइज स्कूल कुरवाई