यह घायल लटेरी क्षेत्र निवासी गोपाल रजक है जिन्हें परिजन जीप से जिला अस्पताल लाए थे और जीप से उन्हें उतारकर परिसर में लिटा दिया था। कलेक्टर ने जब घायल को इस हाल में देखा तो परिजनों को समझाईस दी कि यह तरीका ठीक नहीं। आप घायल को इस हालत में न लाते तो भी आपकी सुनवाई होती।
इस दौरान घायल के परिजनों का कहना रहा कि पुरानी रंजिश में कुछ लोगों ने मारपीट की। भोपाल में भर्ती रहने एवं वहां से छुट्टी कर देने घायल को यहां लाये हैं। परिजनों का कहना था कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही और आरोपी खुलेआम घूम रहे धमका रहे है।
इस दौरान कलेक्टर ने सीएमएचओ, तहसीलदार व अन्य अधिकारियों से एम्बूलेंस के बारे में पूछा तो सभी दाएं बाएं देखने लगे। कलेक्टर ने जमकर फटकार लगाते कहा कि आप लोगों को मालूम है की हर जनसुनवाई दो चार मरीजों को जीका अस्पताल भेजना पड़ता है फिर एम्बूलेंस की व्यवस्था क्यों नहीं है।
यह सब ठीक नहीं है। कहां है एम्बूलेंस। इस दौरान सीएमएचओ ने अपने वाहन को लाने चालक को भेजा, लेकिन अधिक वक्त लगने पर नाराज कलेक्टर ने खुद के वाहन से घायल को जिला अस्पताल रवाना कर दिया। 80 आवेदनों का हुआ निराकरण जनसुनवाई कार्यक्रम में 122 आवेदकों ने अपने आवेदन प्रस्तुत कर अपनी व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओ की ओर ध्यान आकर्षित कराया।
कलेक्टर द्वारा मौके पर 80 आवेदनों का निराकरण किया गया है शेष लंबित आवेदनों पर समय सीमा में कार्यवाही कर आवेदकों को अवगत कराने के निर्देश संबंधित विभागो के जिलाधिकारियों को उनके द्वारा दिए गए है।