डॉ जादौन ने अपने बयान में कहा है कि भाजपा मंडल अध्यक्ष का चुनाव नीति रीति और अनुशासन को ध्यान में रखते हुए भाजपा में गंजबासौदा सहित पूरे जिले में निर्विरोध बिना किसी विवाद व पक्षपात के सम्पन्न हुए। चुनाव शांतिपूर्वक हुआ। यह कुछ असामाजिक तत्वों को रास नहीं आया, मेरे खिलाफ सोशल मीडिया पर उन तत्वों ने एक फर्जी ऑडियो बनाकर प्रसारित किया है, जिससे मेरी और पार्टी की छबि धूमिल हो सके। डॉ जादौन ने लिखा है कि मुझे मेरी पार्टी के शुभचिंतकों से मालूम हुआ है कि मुझे या मेरे से संबंधित पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को भाजपा विरोधी असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी तरह के आपराधिक प्रकरण में झूठा फंसाने का षडय़ंत्र किया जा रहा है। मुझे या मेरे से संबधित पार्टी के कार्यकर्ताओं या नेताओं के खिलाफ किसी भी तरह का आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के प्रयास व कोई भी शिकायत है तो पहले उसकी निष्पक्ष जांच हो, यदि मँ या अन्य कार्यकर्ता दोषी पाया जाए तो कार्रवाई हो, अन्यथा झूठी रिपोर्ट करने वाले के खिलाफ ठोस और सख्त कार्रवाई की जाए।
क्या है मामला..
मंडल अध्यक्ष के लिए 17 नामों की घोषणा होते ही एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति किसी राकेश जी से बासौदा मंडल अध्यक्ष के लिए तीन लाख देने की बात कह रहा है। वह बार-बार पूछ रहा है कि पक्का हो जाएगा न, इस पर सामने वाला व्यक्ति जिसे राकेश जी कहकर संबोधित किया जा रहा है, वह कह रहा है कि हां, हो जाएगा। इस ऑडियो के वायरल होने पर बवाल मचा हुआ है।
छह मंडल अध्यक्षों की घोषणा लटकी
उधर पार्टी नेताओं के लगातार दबाव और सिफारिशों के चलते विदिशा विधानसभा के पांच और शमशाबाद विधानसभा के खामखेड़ा मंडल के अध्यक्षों की घोषणा फिलहाल लटक गई है। जिला सहायक चुनाव अधिकारी तोरण सिंह दांगी ने बताया कि जल्दी ही घोषणा होगी। नाम क्यों रोके गए हैं, इसका वे जवाब नहीं दे सके।
डॉ राकेश सिंह जादौन ने ऑडियो वायरल होने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने यह भी कहा है कि इसमें उनकी आवाज नहीं है और मुझे झूठा फंसाया जा रहा है। उन्होंने जांच के लिए कहा था। ऑडियो जांच के लिए सायबर सेल को भेजा गया है।
– विनायक वर्मा, एसपी विदिशा