डीपीसी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिलेभर के 1863 प्राथमिक स्कूल और 770 माध्यमिक स्कूल में प्रतिभा पर्व मनाया जाएगा। जिसमें कुल 1 लाख 62 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। पांच और छह दिसम्बर को विद्यार्थियों और स्कूल की दक्षता की जांच होगी। फिर सात दिसम्बर को प्रतिभा पर्व उत्सव मनाया जाएगा। जिसके तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
इसके लिए कुल 350 सत्यापनकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें जनशिक्षक, संकुल प्राचार्य और वरिष्ठ अध्यापक शामिल हैं। वहीं 144 शिक्षा मित्र (बाह्य मूल्यांकनकर्ता) बनाए गए हैं। जो सिर्फ कक्षा छह और सात के विद्यार्थियों की दक्षता जांच कर ओएमआर शीट पर उसकी जानकारी भरकर राज्य शिक्षा केंद्र भेजेंगे। जिससे सत्यापनकर्ताओं और शिक्षा मित्र के सत्यापन में अंतर पाए जाने पर बच्चों की वास्तविक दक्षता सामने आ जाएगी। कक्षा एक और दो की परीक्षा मौखिक और तीन से आठ तक की परीक्षा ओएमआर शीट पर होगी। सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे। प्रतिभा पर्व की तैयारियों के लिए इस बार एक माह पूर्व ही मॉडल प्रश्नपत्र देकर विद्यार्थियों की तैयारियां करवाई गई थीं।
कम ग्रेड आने पर कराएंगे विशेष तैयारियां डीपीसी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रतिभा पर्व में विद्यार्थियों की ग्रेडिंग की जाएगी। डी और ई ग्रेड आने वाले विद्यार्थियों को विशेष तैयारियां करवाई जाएंगी। इसके लिए उनकी अलग से कक्षाएं लगाई जाएंगी। ई ग्रेड में 33 प्रतिशत या इससे कम अंक आने वाले विद्यार्थी शामिल होंगे। डी ग्रेड में 33 से 45 प्रतिशत अंक लाने वाले विद्यार्थी शामिल होंगे। वहीं सी ग्रेड में 59 से 44 प्रतिशत अंक लाने वाले, बी ग्रेड में ५८ से 74 प्रतिशत तथा ए ग्रेड में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थी शामिल होंगे।
इनका कहना है प्रतिभा पर्व में इस बार नवाचार करते हुए शिक्षा मित्र (बाह्य मूल्यांकनकर्ताओं) की ड्यूटी भी लगाई गई है। जो सत्यापनकर्ताओं के अलावा भी कक्षा छह और सात के विद्यार्थियों की दक्षता की जांच कर रिपोर्ट ओएमआर शीट पर दर्ज कर सीधे राज्य शिक्षा केंद्र भेजेंगे। इस बार प्रतिभा पर्व में कक्षा एक से आठ तक के कुल 1 लाख 62 हजार विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं।
सुरेश खांडेकर, डीपीसी, विदिशा