जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल के दूसरे तल पर संचालित नेत्र रोग विभाग संचालित हैं। इस वर्ष बारिश के दौरान इस विभाग की ओटी में सीलन आ गई थी। इसके बाद ओटी की मरम्मत व संक्रमण मुक्त करने के उपाय अपनाने के बाद रिपोर्ट जांच के लिए भेजी गई।
इसके बाद दूसरी बार भी रिपोर्ट भेजी गई लेकिन ओटी संक्रमण से मुक्त होना नहीं पाया गया। ऐसे में इस ओटी को बंद कर दिया गया और ऑपरेशन के कार्य रुक गए हैं। दो माह में हो जाते ६० से अधिक ऑपरेशन नेत्र विभाग से जुड़े कर्मचारियों के अनुसार अक्टूबर माह से ओटी पूरी तरह बंद है।
जबकि यह समय अधिक ऑपरेशन किए जाने का है। अगर ओटी को समय रहते संक्रमण मुक्त किया जाता तो इन दो माहों में ६० से अधिक ऑपरेशन किए जा सकते थे। इस विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि जिला अस्पताल मेें इस वर्ष अब तक सिर्फ २० नेत्र ऑपरेशन ही किए जा सके हैं।
अब नए अस्पताल में हो पाएंगे ऑपरेशन कर्मचारियों ने बताया कि प्रबंधन का ध्यान नए अस्पताल को चालू करने पर केंद्रित है। पुराने अस्पताल का ओटी बंद होने से नए अस्पताल में ही यह ऑपरेशन हो पाएंगे, लेकिन ओटी को संक्रमण मुक्त करने वाली मशीन खराब होने से इस नए अस्पताल के ओटी को भी संक्रमण मुक्त रखने का मामला अटका हुआ है। ऐसे में अभी नेत्र ऑपरेशन के मरीजों को कुछ और महीनों का इंतजार करना पड़ सकता है।
नए भवन में जिला अस्पताल शिफ्ट करने का कार्य जारी है। नेत्र ऑपरेशन के लिए ओटी की कल्चर रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। नए अस्पताल में यह ऑपरेशन हो सकेंगे। – डॉ. संजय खरे, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल