किसानों का कहना है कि पटवारी को उन्होंने सभी जरूरी दस्तावेज दिए, लेकिन पटवारी द्वारा उन्हें ऑनलाइन नहीं किया गया। कुछ किसानों ने तो दो से तीन बार जरूरी दस्तावेज पटवारी को दिए, लेकिन सम्मान निधी की राशि अब तक नहीं आई।
तहसीलदा से शिकायत करने पर भी नहीं निराकरण
किसानों ने बताया कि उन्होंने जब मामले की शिकायत तहसीलदार से की, तो उन्होंने एमपी ऑनलाइन से आवेदन करने के बाद रिसीप्ट पटवारी को देने के लिए कहा।
किसानों ने बताया कि उन्होंने जब मामले की शिकायत तहसीलदार से की, तो उन्होंने एमपी ऑनलाइन से आवेदन करने के बाद रिसीप्ट पटवारी को देने के लिए कहा।
जिसके चलते कई किसानों ने एमपी ऑनलाइन से ऑनलाइन आवेदन करने के बाद रिसीप्ट पटवारी को दी, लेकिन सम्माननिधी की राशि उनके खातों में अब तक नहीं आ पाई है। पटवारियों को मिलें सख्त निर्देश
किसानों का कहना है कि पटवारी की लापरवाही का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी समस्या के निराकरण की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में किसानों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
किसानों का कहना है कि पटवारी की लापरवाही का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी समस्या के निराकरण की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में किसानों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
किसानों ने बताया कि क्षेत्र में ऐसी कई पंचायतें हैं, जहां पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधी की राशि अब तक किसानों को नहीं मिल सकी है। इसका प्रमुख कारण यह भी है कि जिन पटवारियों को जो हल्का मिला है उन गांव में वे कभी-कभार ही पहुंचते हैं और जब उनसे इस संबंध में कहा जाता है, तो वे तहसील कार्यालय का रास्ता बताते हैं। जबकि यह काम पटवारियों का है।
इनका कहना है
मेरे द्वारा पटवारी को प्रधानमंत्री सम्मान निधि के कई बार कागज दिए गए हैं, लेकिन खाते में राशि अब तक नहीं आई है। कई बार मैं तहसील भी जा चुका हूं और ऑनलाइन चेक भी करवा चुका हूं। लेकिन अब तक राशि नहीं आई है।
– भूपत सिंह मीणा, किसान, भैरोबाग
मेरे द्वारा पटवारी को प्रधानमंत्री सम्मान निधि के कई बार कागज दिए गए हैं, लेकिन खाते में राशि अब तक नहीं आई है। कई बार मैं तहसील भी जा चुका हूं और ऑनलाइन चेक भी करवा चुका हूं। लेकिन अब तक राशि नहीं आई है।
– भूपत सिंह मीणा, किसान, भैरोबाग
किसानों द्वारा ऑनलाइन आवेदन करने के बाद अगर फार्म में कोई कमी रह जाती है, तो वो वेरीफाई नहीं हो पाता है। इस वजह से किसान को पैसा नहीं मिल पाता है। जल्द सभी किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिल जाएगा।
– सत्यनारायण सोनी, तहसीलदार, शमशाबाद
– सत्यनारायण सोनी, तहसीलदार, शमशाबाद