पीडि़त 50 वर्षीय मालतीबाई बिलौरी की रहने वाली है। उसके पति तुलसीराम और पुत्र मजदूरी करते हैं, वह भी पहले मजदूरी करती थी। लेकिन फरवरी 2020 में गिर जाने से उसके कूल्हे में बहुत तकलीफ रही और चल नहीं पाई। घिसटते हुए दस महीने बीते, किसी तरह जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए पहुंचीं। यहां के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ धर्मेंद्र रघुवंशी और मेडिकल कॉलेज के डॉ अतुल वाष्र्णेय तथा डॉ संजय उपाध्याय ने उसका परीक्षण किया और पाया कि हड्डियों में फंगल इंफेक्शन हो चुका है और कूल्हे की हड्डियां बहुत ज्यादा धंस चुकी हैं। डॉ रघुवंशी ने सिविल सर्जन डॉ संजय खरे से ऑपरेशन को कहा, लेकिन खर्च बहुत था। लेकिन महिला के पास आयुष्मान कार्ड होने से काम आसान हो गया, लेकिन जिला चिकित्सालय में यह अपने तरह का पहला ऑपरेशन और कूल्हा प्रत्यारोपण था। 4 जनवरी को तीनों डॉक्टर्स ने मालतीबाई का करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद सफल ऑपरेशन किया और कूल्हा प्रत्यारोपित कर दिया। पूरे दस दिन बाद उन्होंने वॉकर की सहायता से शुक्रवार को कलेक्टर के सामने महिला को चलाकर भी दिखाया। इससे खुश होकर कलेक्टर डॉ जैन ने भी ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर्स की टीम को बधाई दी और कहा कि जिला चिकित्सालय में ये काम आसान नहीं है, लेकिन चिकित्सकों ने कर दिखाया।