भाजपा नेता और विधायक गौ रक्षा मंच द्वारा भाजपा नेताओं पर कायम प्रकरणों के विरोध में धरना प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। विधायक उमाकांत शर्मा ने कहा कि गौ हत्यारों को संरक्षण देने और गौ रक्षकों को दंड देने वाले पुलिस अधिकारियों के घर पानी पीने का भी धर्म नहीं है। उनके घरों में संबंध करने का धर्म नहीं है।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों और कलेक्टर को चुनौती देते हुए कहा कि कल 4.30 बजे सुप्रीम कोर्ट की मर्यादाओं का उल्लंघन होगा, माइक से ध्वनि प्रदूषण होगा, एसपी-कलेक्टर में दम है तो प्रकरण दर्ज करके दिखाएं। गंजबासौदा विधायक लीना जैन ने कहा कि पुलिस हमारे कार्यकर्ताओं पर लगाए गए झूठे प्रकरण वापस लिए जाएं अन्यथा पूरे जिले में आंदोलन किया जाएगा। हम पुलिस को बता देंगे कि इसका परिणाम क्या होगा। कुरवाई विधायक हरिसिंह सप्रे ने कहा कि यदि कार्यकर्ताओं पर से मुकदमे वापस नहीं लिए तो परिणाम भुगतने को तैयार रहे सरकार।
धरने में तीन विधायकों समेत बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता और हिन्दू संगठनों के लोग मौजूद थे। धरने के बाद रैली निकालकर सभी ने नीमताल चौराहे पर प्रशासन को ज्ञापन देकर निर्दोष लोगों पर से प्रकरण वापस लेने और दोषी पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की। गौरतलब है कि शुक्रवार की शाम एक ट्रक ने बायपास पर 8 गायों को रौंद दिया था, उसके बाद भीड़ ने ट्रक में आग लगाई और चक्काजाम कर पथराव किया था। इस मामले में भाजपा नेता सुरेन्द्र चौहान, पार्षद पति शक्तिसिंह जादौन सहित ९ लोगों पर नामजद प्रकरण दर्ज किए गए थे। इन्हीं प्रकरणों को वापस लेने की मांग की जा रही है।