उनसे मुलाकात कर उन्हें शहर विकास के लिए आवश्यक कार्यों का ज्ञापन दिया जाएगा। लोकार्पण कार्यक्रमों के आमंत्रण में नपाध्यक्ष का नाम न होने की बात पर उनका कहना है कि जनता सब जानती है और आमंत्रण पत्र में नाम न होने पर मुझे कोई फर्क भी नहीं पड़ता, लेकिन इससे पहले ऐसी परंपरा नहीं रही।
शिवराज सरकार में तो सभी को आमंत्रित किया जाता रहा। उनका कहना है कि वे फिर भी कार्यक्रम जाएंगे और शहर के विकास कार्यों से संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे। अडानी प्लांट व इंडस्ट्रीज क्षेत्र हटना जरूरी, नहीं तो आंदोलन टंडन ने कहा कि सांची मार्ग स्थित अडानी ग्रुप का प्लांट एवं शहर में पीतलमिल क्षेत्र स्थित इंडस्ट्रीज क्षेत्र को हटाने की मांग मुख्यमंत्री से की जाएगी।
उनका कहना है कि फैक्ट्री के पास मेडिकल कॉलेज, अस्पताल, नर्सिंग प्रशिक्षण, आवासीय भवन आदि बन चुके ऐसे में इस फैक्ट्री से खतरा बढ़ गया है। वहीं इंडस्ट्रीज क्षेत्र से भी प्रदूषण आदि का खतरा हैं। इन्हें हटाए जाने की मांग मुख्यमंत्री से करेंगे। नपा परिषद की बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव भी पास करेंगे एवं जरूरी हुआ तो जनांदोलन छेड़ा जाएगा।
विधायक की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल पत्रकार वार्ता में नपाध्यक्ष टंडन ने विधायक की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गांव में कसानों की ऋण माफी का बड़ा मुद्दा है इसलिए वे गांव में नहीं जा नहीं पा रहे वहीं पूरा ध्यान नगरपालिका पर दे रहे हैं।
विधायक के लोग नपा कार्यालय से फाइलें ले जाते हैंं। इस संबंध में विधायक से भी कह चुके। उन्होंने कहा कि विधायक को शहर के विकास के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। इन मांगों का देंगे ज्ञापन
-विदिशा को मैट्रो प्रोजेक्ट व स्टेट केपिटल रीजन में शामिल किया जाए। -शहर में नवीन इंडस्ट्रीयल ऐरिया एवं नवीन मंडी के प्लाटों का शीघ्र मूल्य निर्धारण हो। -नवीन बायपास पर अग्रवाल एकेडमी से मिर्जापुर एवं धतूरिया से ढोलखेड़ी तक विद्युत पोल लगाए जाएं।
-अतिवर्षा से शहर में करीब 5 हजार लोग प्रभावित हुए। कुछ लोगों को ही राहत राशि मिली। शेष रह गए लोगों को भी राहत दिलाई जाए। -प्रधानमंत्री आवास योजना के भवन निर्माण के लिए 30 करोड़ राशि की जरूरत है। यह राशि नहीं मिलने से हितग्राही योजना के लाभ से वंचित रह जाएंगे।