मैनेजर हत्याकांड में पुलिस ने सुआखेड़ी निवासी भूरा उर्फ अरविंद मैना और तीरन मैना को गिरफ्तार किया है। दोनों को पुलिस रिमांड पर लेकर जेल भेज दिया गया है। सोमवार को इन्हीं दोनों के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में एसपी और कलेक्टर से मिलने पहुंचे। जब उन्हें काफी देर तक ये दोनों अधिकारी नहीं मिल पाए तो कलेक्ट्रेट परिसर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारों से गूंज उठा। परिजन चीख-चीख कर चिल्ला रहे थे कि यहां की पुलिस बिक गई है।
अधिकारियों के पैरों में गिरीं आरोपियों की पत्नी
अरविंद की पत्नी रीना और तीरन की पत्नी गुलाबबाई कलेक्ट्रेट परिसर में बेहोश होकर गिर पड़ीं थीं। पहले जब ये लोग एसपी से मिलने गए तो डीएसपी पिंकी जीवनानी ने इन्हें बाहर ही रोक दिया। काफी देर बाद जब आरोपियों के परिजन नहीं माने तो एसपी से बात कर केवल 5 लोगों को अंदर आने के लिए कहा गया। लेकिन परिजन इसके लिए तैयार नहीं हुए। यहां काफी देर तक नारेबाजी हुई।
जब एसपी आए तो आरोपियों की पत्नी न्याय की गुहार लगाते हुए उनके पैरों गिर गईं। इसी तरह कलेक्टर से मिलने में भी परिजनों को काफी परेशान होना पड़ा। पहले नायब तहसीलदार प्रमोद उइके ने उन्हें रोककर ज्ञापन ले लिया। फिर तहसीलदार आशुतोष शर्मा आए और फिर एसडीएम सीपी गोहल आए। गोहल के आते ही महिलाएं गिड़गिड़ाते हुए उनके पैरों में गिरकर रोने लगीं। इस दौरान एक महिला की तबियत बिगड़ी और वह बेहोश होकर गिर पड़ीं। परिजन उन्हें उठाकर एक तरफ ले गए।
कलेक्टर को दिया ज्ञापन
आरोपियों के परिजनों ने ज्ञापन कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को सौंपते हुए न्याय मांगा। कलेक्टर आश्वासन देकर चले गए। भूरा के भाई गोविन्द मीणा और तीरन के भाई राजेश मीणा ने ज्ञापन में लिखा है कि हमारे भाइयों को झूठा फंसाया गया है। पुलिस रात 12 बजे घर से पीटते हुए उन्हें ले गई और मारपीट कर उन पर झूठ कबूलने के लिए दबाव बनाया। उन्होंने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की है।
एसपी बोले-गलत दिशा में जा रहा शहर
पत्रकारों से चर्चा करते हुए एसपी विनीत कपूर ने कहा कि जब गार्डन संचालक कह रहे हैं कि पकड़े गए आरोपी असली आरोपी नहीं, आरोपियों के परिजन भी कह रहे हैं कि आरोपी निर्दोष हैं तो वे असली आरोपी कौन है यह बता दें। एसपी ने कहा कि यह घटना उस जगह और उस समय की है जब वहां कई लोग मौजूद थे, फिर भी कोई बताने को तैयार नहीं। कोई तो जिम्मेदार नागरिक बनकर सामने आए जो यह कहे कि मैंने देखा था, ये आरोपी था। अगर ऐसा हो तो हमें तो उस व्यक्ति जो बताए उसके पैर धोकर पिएं। लेकिन कोई बताने को तैयार नहीं। शहर गलत दिशा में जा रहा है। पुलिस ने पूरे साक्ष्यों के आधार पर ही आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन आईजी ने बताया है कि अब इस मामले की जांच एसआइटी करेगी।