दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालु
आस्था के इस मेले में शामिल होने के लिए बुधवार को दिन भर श्रद्धालुओं का तांता मानोरा की ओर लगा रहा। दूर-दूर से लोग दंडवत करते, पैदल, हाथों में झंडा लिए, भजन गाते, नंगे पांव और अपने वाहनों से भी जगदीश स्वामी के दर्शन की लालसा से आगे बढ़ते जा रहे थे। श्रद्धालुओं की सेवा के लिए विदिशा से मानोरा तक और ग्यारसपुर से मानोरा तक जगह-जगह लोगों ने भंडारे और स्वल्पाहार के स्टॉल लगा रखे थे जो मानोरा जाने वाले लोगों को रोक-रोककर जलपान करा रहे थे।
ठेठ देहाती अंदाज में लगी दुकानें
ठेठ देहाती अंदाज में लगे इस मेले में भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद के अलावा खाने-पीने की दुकानें, सोफ्टी, मनिहारी, बर्तन, किराने, फल और खेल-खिलौनों के साथ ही फोटो-पोस्टर आदि की दुकानें बड़ी संख्या में लग दो दिन पहले ही लग चुकी हैं। मेले में मनोरंजन के लिए झूले और खेल तमाशे भी आए हैं।
मंदिर की भी लगा रहे दंडवत परिक्रमा
जगदीश स्वामी के दर्शन के लिए मीलों दूर से आ रहे हजारों श्रद्धालु पैदल ही नहीं बल्कि दंडवत करते हुए मंदिर पहुंच रहे हैं। सड़कों, बारिश के पानी से गुजरते हुए ये श्रद्धालु एक दिन पहले पहुंचकर मंदिर की दंडवत करते हुए परिक्रमा कर रहे हैं। बुधवार को दिन भर यह क्रम जारी रहा।
पुलिस ने किए सुरक्षा के इंतजाम
मेले में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस चौकी भी बनाई गई है और जिले भर के पुलिसकर्मियों की मानोरा मेले में तैनाती की गई है। माइक द्वारा भी लोगों को सतर्क किया जा रहा है। सीसीटीवी से भी नजर रखी जा रही है। खासकर रथयात्रा के समय जब लाखों लोगों का आना-जाना होता है उस समय अपने छोटे बच्चों और जेवरात आदि की सुरक्षा के निर्देश दिए जाने लगे हैं।
कल दोपहर तक डायवर्ट रहेगा मार्ग
मानोरा मेले में भारी भीड़ को देखते हुए विदिशा-सागर मार्ग को डायवर्ट किया गया है। यह व्यवस्था शुक्रवार की दोपहर तक जारी रहेगी। भोपाल से सागर जाने वाले भारी वाहनों को सूखी सेवनिया और सलामतपुर जोड़ से रायसेन होते हुए सागर के लिए निकाला जा रहा है। जबकि विदिशा से सागर जाने वाले भारी वाहनों को गुलाबगंज बायपास से होकर बासौदा होते हुए सागर निकाला जा रहा है। सागर जाने वाले चार और दो पहिया वाहनों को पीपलखेड़ी सहोते हुए ग्यारसपुर के दूसरे छोर पर और विदिशा आने वाले वाहनों को कस्बाबागरोद और बासौदा से होकर निकाला जा रहा है।
हर घर धर्मशाला में हुआ तब्दील
मानोरा का हर घर जगदीश रथयात्रा के दो दिन पहले से धर्मशाला में तब्दील हो गया है। दूर-दराज के लोग मानोरा में अपने परिचितों और रिश्तेदारों के यहां आकर डेराडाल चुके हैं। गांव का हर घर मेहमाननवाजी में व्यस्त है। यहां दीपावली की तरह उत्साह है। सुबह होते ही जगदीश स्वामी के दर्शन की सबको लालसा है।
लक्ष्मीनारायण मंदिर से रथयात्रा
नंदवाना के लक्ष्मीनारायण मंदिर के मुखिया मनमोहन शर्मा ने बताया कि नंदवाना मंदिर में जगदीश स्वामी की पूजा और अभिषेक के बाद रथयात्रा दोपहर 12.30 बजे शुरू होगी। प्रतिमा संस्थापक परिवार के राजेश सोनी द्वारा पं. संतोष शास्त्री के आचार्यत्व में भगवान का अभिषेक होगा। इसके बाद रथयात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई शाम 7 बजे वापस नंदवाना मंदिर पहुंचेगी।
द्वारिकाधीश मंदिर से रथयात्रा
श्री द्वारिकाधीश मंदिर से रथयात्रा सुबह 9 बजे से शुरू होगी। मंदिर के गिरजेश मिश्र ने बताया कि इससे पहले मंदिर में भगवान को भोग लगाया जाएगा। मान्यता है कि भोग का पात्र खुद चटक जाता है। इसके बाद काष्ठ के दो मंजिला रथ पर भगवान के श्री विग्रह विराजित कर रथयात्रा शुरू होगी। रथ को श्रद्धालु अपने हाथों से खींचते हैं। रथ यात्रा बजरिया जयस्तंभ पर कुछ देर रुकने के बाद फिर वापस मंदिर पहुंचती है।