मां ये कैसी परीक्षा…नवरात्र में भी सूने हैं तेरे दरबार
ऐसा संकट है कि अधिकांश मंदिरों में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए अपने घरों से भी नहीं निकल पा रहे हैं
मां ये कैसी परीक्षा…नवरात्र में भी सूने हैं तेरे दरबार
विदिशा. नवरात्र का समय है, इन दिनों देवी मंदिर की छटा ही निराली होती है। भोर होने के साथ ही मंदिरों मेंं जल चढ़ाने और फिर सुबह की आरती दर्शन, श्रंगार दर्शन के बाद शाम से फिर देवी भक्तों का भीड़ मां के दरबार में जुटती है। महाआरती के समय तो देवी दरबार में पैर रखने की जगह नहीं होती। भीड़ इतनी होती है कि हर कोई मातारानी की एक झलक पाने के लिए बेताब रहता है। लेकिन इस बार ऐसा संकट है कि अधिकांश मंदिरों में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए अपने घरों से भी नहीं निकल पा रहे हैं। प्रशासन ने भी जनहित में धार्मिक स्थलों को बंद रखने का आदेश दिया है। श्रद्धालु खुद भी अलर्ट हैं, इससे देवी मंदिर सूने पड़े हैं। कई मंदिरों में आरती के समय पांच-सात लोग भी बमुश्किल पहुंच रहे हैं। वक्त का तकाजा है कि सब घर में ही रहकर देवी आराधना करें और देवी मां से कोरोना संकट से मुक्ति की प्रार्थना करें। कर भी रहे हैं। प्रांतीय पंडित सभा के अध्यक्ष पं. संजय पुरोहित कहते हैं कि पिछले साल से माता रानी ऐसी ही परीक्षा ले रही हैं। लेकिन हमारी प्रार्थना है कि मां, सबका अपराध क्षमा करो, अब और परीक्षा मत लो, नवरात्र में भी तुम्हारे दरबार में तुम्हारे भक्त नहीं पहुंच पा रहे हैं ये सजा क्यों? त्राहि माम्..त्राहि माम्। संकट से उबारकर हमें फिर अपने दरबार में सेवा और दर्शन का मौका दो मां।
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