अस्पताल प्रबंधन ने बना रखी है
अब 20 अगस्त को यह अस्पताल भवन हैंडओवर करने की तैयारी है और फिर पुराने भवन में मौजूद उपकरणों, अन्य सामान व वार्डों को शिफ्ट करने का कार्य शुरू किया जाएगा और यह कार्य एक पखवाड़े में पूरा कर लेने की कार्ययोजना जिला अस्पताल प्रबंधन ने बना रखी है।
लग चुकी सी-आर्म मशीन
नए अस्पताल भवन में मशीनों का आना शुरू हो चुका। यहां सी-आर्म मशीन लग चुकी। इस मशीन से मरीजों को हड्डी के ऑपरेशनो में बड़ी सुविधा मिल सकेगी। हड्डी जोडऩे का कार्य मशीन के जरिए लाइव देखा जा सकेगा। अस्पताल के चिकित्सकों का मानना है कि इससे सड़क हादसे में घायल मरीजों को रेफर करने की नौबत नहीं बनेगी। उनके ऑपरेशन आसानी से किया जाना संभव हो सकेगा। इसके अलावा नया फर्नीचर, आलमारियां व अन्य सामान नए अस्पताल भवन में आ चुका है।
104 करोड़ का स्वीकृत हुआ था
गत दिनों यहां पाइप लाइन के जरिए आग बुझाने के सिस्टम का भी नपा का फायर विभाग निरीक्षण कर चुका है। 140 करोड़ में तैयार हुआ भवन 350 बिस्तरीय यह नया अस्पताल भवन 104 करोड़ का स्वीकृत हुआ था। आवश्यकतानुसार भवन में नए बदलाव होते रहे और इसकी लागत 140 करोड़ पर पहुंच गई। इस चार मंजिला भवन में आठ ओटी, तीन एक्सरे कक्ष, एसएनसीयू, एनआरसी, पैथोलॉजी विंग, हर वार्ड में अपना आईसीयू एवं हर वार्ड ऑक्सीजन पाइप लाइन से जुड़ा हुआ है।
20 अगस्त को इसे हैंडओवर किया जाना तय
भवन निर्माण कार्य से जुड़े इंजीनियरों के मुताबिक वर्ष 2015 में भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। 36 माह में कार्य पूरा किया जाना था लेकिन समय-समय पर नए निर्माण कार्य व कई तरह के बदलाव के कारण इसमें समय अधिक लगा। भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका और 20 अगस्त को इसे हैंडओवर किया जाना तय किया गया है।
नया भवन मिलने का इंतजार है। भवन मिलते ही 15 दिन के अंदर पूरा सामान शिफ्ट कर लिया जाएगा। नए भवन में मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेगी।
डॉ. संजय खरे, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल
जिला अस्पताल शीघ्र शिफ्ट किया जाएगा। 20 से 25 अगस्त तक भवन हैंडओवर हो जाएगा। सितंबर के प्रथम सप्ताह में जिला अस्पताल को नए भवन मं शिफ्ट कर लिया जाएगा।
मंयक अग्रवाल, सीईओ जिपं