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RTE में प्रवेश क लिए अभिभावक नहीं दिखा रहे रुचि, अब सिर्फ दो दिन शेष

– मनचाहा स्कूल नहीं मिलने के कारण लक्ष्य अधूरा
– अभी भी 2862 सीटें खाली
– 6665 का लक्ष्य, 2 जुलाई तक 3803 आवेदन यानी दो दिन में सिर्फ 126 ने किया अप्लाई

विदिशाJul 04, 2022 / 05:11 pm

दीपेश तिवारी

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विदिशा। शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत गरीब बच्चों के प्रवेश के लिए अब कुछ दिनों का और मौका दिया गया, जिसमें अब दो दिन ही शेष बचे हैं। इस प्रवेश प्रक्रिया में बच्चों को प्रवेश के लिए अभिभावकों को मनचाहा स्कूल नहीं मिल रहा इसलिए उनमें ज्यादा उत्साह नहीं है। इसी कारण आलम यह है कि अभी तक 2862 सीटें खाली हैं। इन सीटों पर अभी तक किसी बच्चों को प्रवेश नहीं मिला।

मालूम हो कि यह प्रक्रिया पूर्व में 30 जून तक होना थी, लेकिन फिर तारीख को बढ़ाकर 5 जुलाई कर दी गई। इससे यह उम्मीद लगाई जा रही थी जो शेष रह गए वे बच्चे भी प्रवेश की इस प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे लेकिन प्रवेश की यह तारीख बढ़ने के बाद दो दिन में सिर्फ 126 आवेदन ही बढ़ पाए हैं।

जानकारी के अनुसार लक्ष्य 6665 का है, लेकिन 2 जुलाई तक सिर्फ 3803 आवेदन ही इस प्रक्रिया के तहत आए और लक्ष्य के अनुरूप अभी 2862 आवेदन आना शेष हैं, जबकि अब प्रवेश प्रक्रिया में सिर्फ दो दिन ही रह गए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत निजी स्कूलों में कक्षा एक अथवा प्री-स्कूल की शिक्षा से शुरू होने वाले स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटों पर वंचित समूह और कमजोर वर्ग के बच्चों को निशुल्क प्रवेश देने का प्रावधान है। इसके तहत जिले में 15 जून से यह प्रक्रिया शुरू हुई थी जो 30 जून तक के लिए थी।

इस दौरान राज्य शिक्षा केंद्र ने आदेश जारी कर प्रवेश की यह तारीख 5 जुलाई कर दी। आदेश में कहा गया है कि स्थानीय निकाय निर्वाचन की प्रक्रिया में शासकीय सेवकों, सत्यापन अधिकारियों की ड्यूटी लगी है और कई पालकों ने ऑनलाइन आवेदन के पश्चात सत्यापन कार्य नहीं कराया है। जबकि ऑनलाइन आवेदन के बाद किसी जन शिक्षा केंद्र में जाकर सत्यापन कराना अनिवार्य है और सत्यापन के बाद ही पात्र बच्चों को ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे। इसके बाद सीट आवंटन की कार्रवाई की जाएगी।

राज्य शिक्षा केंद्र ने पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन व त्रुटि सुधार के लिए समय सीमा 5 जुलाई कर दी है। पांच दिन का अवसर मिलने से शिक्षा विभाग की अपेक्षा थी कि प्रवेश में आवेदनों की संख्या बढ़ेगी पर इन दो दिन में ऐसा देखने को नहीं आ पा रहा है। विभाग के मुताबिक 30 जून तक कुल 3677 आवेदन आए थे जो इन दो दिनों में बढ़कर 3 हजार 803 ही हो पाए है।

14 जुलाई को होगा स्कूलों का आवंटन
इस कार्य से जुड़े शिक्षकों का कहना है कि प्रवेश प्रक्रिया के तहत आवेदनों के सत्यापन का कार्य जारी है। यह कार्य 9 जुलाई तक होगा। वहीं दो जुलाई तक प्रवेश के लिए हुए 3,803 आवेदनों में से 2 हजार 940 आवेदनों का सत्यापन कार्य किया जा चुका है। शिक्षकों के मुताबिक 14 जुलाई को रेंडम पद्धति से ऑनलाइन लॉटरी के जरिए स्कूल का आवंटन होगा चयनित आवेदकों को एसएमएस के माध्यम से सूचना दी जाएगी। इस प्रक्रिया के बाद जिस बच्चे को स्कूल का आवंटन होगा। इसके बाद पोर्टल पर आवंटन पत्र डाउन लोड करके आवंटित स्कूल में उप स्थित होकर बच्चों को प्रवेश लेना होगा और यह प्रक्रिया 23 जुलाई तक चलेगी।

इसलिए प्रवेश से बनाई दूरी
आवेदन की तारीख बढ़ने से अभिभावकों को अपने बच्चों को आरटीई के तहत निजी स्कूलों में दाखिला दिलाने का मौका तो मिला लेकिन अभिभावकों की बड़ी समस्या उन्हें मनचाहा स्कूल नहीं मिलने से आ रही है। शिक्षकों के मुताबिक इसमें समग्र आईडी के आधार पर स्कूल में प्रवेश का प्रावधान है। अभिभावक वर्तमान में शहर में रह रहे और समग्र आइडी गांव की है तो उन्हें बच्चों के प्रवेश से निराश होना पड़ रहा है। इन स्थितियों के बीच प्रवेश के लिए कम ही आवेदन आए हैं।

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