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विदिशा

सुविधाओं के अभाव में मरीजों को नहीं मिल रहा उचित उपचार

जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढऩे से उपलब्ध सुविधाएं कम पड़ रही जिससे मरीजों की फजीहत हो रही है।

विदिशाOct 03, 2018 / 11:59 pm

मनोज अवस्थी

hospetal

सुविधाओं के अभाव में मरीजों को नहीं मिल रहा उचित उपचार

विदिशा. जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढऩे से उपलब्ध सुविधाएं कम पड़ रही जिससे मरीजों की फजीहत हो रही है। उन्हें अस्पताल का पर्चा बनवाने, डॉक्टर को दिखाने एवं दवा लने के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा। कई बुजुर्ग मरीजों को इस दौरान घंटों लाइन में लगे रहने से परेशान होना पड़ रहा है।
अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक मरीजों की संख्या हजार के पार हो चुकी है। एक हजार से अधिक मरीज अस्पताल की ओपीडी में आ रहे, जबकि ओपीडी मरीजों के पंजीयन एवं दवाओं की खिडक़ी पड़ रही। वहीं मरीजों की संख्या के मान से ओपीडी में डॉक्टरों की संख्या कम भी पड़ रही। इससे अवकाश के दिनों को छोड़ हर दिन मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। मौसमी बीमारी बढऩे से मरीजों की संख्या बढ़ी है जो 1200 तक पहुंच चुकी।
दवा लेते समय महिला हुई घायल
भीड़ के बीच हालात यह बन रहे कि बुधवार को एक महिला घायल हो गई। लंबी लाइन और धक्कामुक्की के बीच दवा खिडक़ी का कांच फूट गया। इसमें महिला के हाथ में कांच लगने से उसका हाथ लहुलुहान हो गया। विजयनगर निवासी करीब 55 वर्षीय राधाबाई शर्मा का कहना है करीब एक घंटे से दवा की लाइन में लगी रही। दवा खिडक़ी तक पहुंची तो पीछे से महिलाओं का धक्का लगा इससे कांच टूटकर उसके हाथ में लग गया। इस दौरान चौकी से तत्काल पुलिस पहुंची और महिला का उपचार कराया।
अस्पताल में पर्चा बनवाने खिड़कियों पर भी ऐसी ही नौबत बन रही। ई-हास्पिटल बन जाने से सभी पर्चें कम्प्यूटर पर बन रहे। मरीजों की संख्या को देखते हुए तीन खिडक़ी के बाद एक और खिडक़ी पर्चा बनवाने के लिए बढ़ाईगई लेकिन फिर भी मरीजों की लंबी कतार लग रही।
इस कक्ष के कर्मचारियों का कहना है कि एक मिनट में तीन पर्चे बन जाते हैं। कई बार सर्वर डाउन होने से समस्या आती है। वहीं भर्तीमरीजों के लिए अलग पर्चा बनवाने के लिए भी खिडक़ी चालू कर दी गई पर इसकी जानकारी नहीं होने से मरीज ओपीडी खिडक़ी पर भी लग जाते हैं जिससे ओपीडी खिडक़ी पर मरीजों की कतार लग जाती है।
इधर चिकित्सकों के मुताबिक ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ रही जबकि ओपीडी में डॉक्टरों की संख्या करीब 8 रह पाती है। इसलिए ओपीडी डॉक्टरों के कक्ष के सामने लंबी कतार लगने की स्थिति बन रही।
– अस्पताल में स्थान की कमी से सुविधाएं बढ़ाने में परेशानी आ रही है। मरीजों के पंजीयन की खिडक़ी बढ़ाई गई। वहीं दवा खिडक़ी भी बढ़ाईजाएगी।
डॉ. संजय खरे, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल

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