पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक वर्ष 2020 में 940 दुर्घटनाओं में 228 मौत दर्ज हुईथी जो इस वर्ष 2021 में बढकऱ 1023 दुर्घटना में 246 हो गई। लापरवाही यह कि जहां सडक़ें अच्छी हो गई वहां वाहनों की रफ्तार बहुत हो गईजिससे वाहन अनियंत्रित होकर टकरा रहे तो कभी सडक़ों से उतरकर पलट रहे हैं। वहीं जहां सडक़ें खराब वहां भी वाहन दुर्घटनाएं हो रही हैं। सडक़ों के अंधे मोड़ पर सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने थे, लेकिन इन कार्यों को गंभीरता से नहीं लिया जाता।
जिले में अकेले त्योंदा थाना क्षेत्र में 57 मौतें
जिले में लगभग हर थाना क्षेत्र में सडक़ हादसों के प्रकरण दर्ज हुए हैं। अकेले त्योंदा थाना क्षेत्र में वर्ष 2021 में करीब 57 मौतें सडक़ हादसे में होना माना जा रहा है। यहां बघर्रू बांध का अंधा मोड़, रफलपुर घाटी मोड़, बागरोद चौराहा से ग्यारपुर मार्ग स्थित अंधे मोड़ पर अधिक हादसे हुए। जिले में विदिशा-बासौदा बाया गुलाबगंज रोड टर्निंग, सिरोंज आरोन रोड की घाटी, विदिशा में रंगई मंदिर मोड़ और बायपास पर एक ओर आलंपस स्कूल तो दूसरी तरफइमिर्जापुर की ओर आवश्यक संकेतकों व दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कार्य किए जाने की जरूरत है। जिले में 10 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए जहां अक्सर सडक़ हादसे होते हंै।
जिले में यह ब्लैक स्पॉट है चिह्नित
सिविल लाइन थानांतर्गत ग्राम पांझ के सामने सागर रोड। सिविल लाइन थानांतर्गत चौकसे दाल मल से मिर्जापुर। नटेरन थानांतर्गत नया गोला पेट्रोल पंप से गुरोद तक। नटेरन थानांतर्गत मियाखेड़ी पेट्रोल पंप से कागपुर के मध्य। कुरवाई थाना क्षेत्र में ग्राम बरबाई। कुरवाई बीना पुलिया से लायरा के बीच। कुरवाई भौरासा पेट्रोल पंप के पास। कुरवाई महलुआ चौराहा। ग्यारसपुर थाना क्षेत्र में आना वाला मढ़ीपुर। देहात बासौदा थानांतर्गत बंजारी की माता बरेठ रोड।
सडक़ हादसे रोकने के लिए जरूरी है ब्लैक स्पाट घोषित होने वाले स्थानों पर दुघटनाओं की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक उपाय होना चाहिए, लेकिन इस कार्य में काफी बिलंब किया जाता है। वहीं हेलमेट की अनिवार्यता से कईजाने बचाई जा सकती है। यातायात नियमों का पालन न करना, तेज रफ्तार में वाहन चलाना और वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना, नशे में वाहन चलाना आदि मुख्य कारणों से दुर्घटनाएं एवं मौतें बढ़ रही हैं। इस ओर शीघ्रता से ध्यान देने की जरूरत है।
कैलाश नागर, सदस्य, सडक़ सुरक्षा समिति
जहां रोड पर अधिक होते हैं , वहंा रोड ऑनिंग एजेंसी से पत्राचार कर सुधारात्मक कार्य किए जाते हैं। चालकों को यातायात नियमों से अवगत कराया जाता है। जिले में 10 ब्लैक स्पॉट चिन्हित हैं जहां सुधरात्मक कार्यकराए जाएंगे।
आशीष राय, प्रभारी यातायात थाना