धान के किसान भी परेशान हैं। धान खरीदी के लिए समर्थन खरीदी केंद्र नहीं जबकि मंडी में धान के दाम कम मिल रहे। किसानों ने बताया कि सीड ड्रिल से लगाई गई धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर 1750 रुपए होना तय की गई लेकिन इसके बाद भी इस धान के दाम मंडी में दाम अधिकतम 1300 रुपए तक मिल पा रहे और किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा।
जिले में उड़द, मूंग, रामतिल आदि की खरीदी के लिए केंद्र बनना थे। इन केंद्रों को मंडी परिसर व बेयर हाउस में खोला जाना था, लेकिन बेयर हाउस खाली न होने व मंडी में स्थान की समस्याओं को देखते हुए केंद्र खुलने का मामला अटका रहा और 20 अक्टूबर से शुरू होने वाले यह खरीदी केंद्र 12 दिन बाद भी शुरू नहीं हो पाए हैं। वहीं धान की खरीदी के लिए अलग पांच केंद्र बनाए जा रहे। इनमें 15 नवंबर से धान की खरीदी शुरू हो पाएगी।
-सोयाबीन समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा जा रहा। मंडी में आने के बाद जो भाव मिल रहा उसमें बेंचना मजबूरी है। सरकार को अपने स्तर पर खरीदी की व्यवस्था की जाना चाहिए।
-गुलाबसिंह केवट, किसान, ग्राम बेरखेड़ी
-समर्थन मूल्य से पहले 4 हजार रुपए प्रति क्ंिवटल तक मंडी में सोयाबीन बिका लेकिन 20 अक्टूबर के बाद इसके रेट गिर गए और किसानों को नुकसान हो रहा।
-रवि दांगी, किसान, ग्राम पडऱात
-धान समर्थन मूल्य पर 1750 रुपए के भाव खरीदी जाना चाहिए लेकिन 800 से 1000 रुपए तक के दाम मिल रहे। खरीदी केंद्र नहीं खुलने से मंडी में मनमानी हो रही है। जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। –
मोहरसिंह रघुवंशी, किसान नेता
-सोयाबीन के दाम व्यापारी खुद कम ज्यादा नहीं करता। यह दाम सोया प्लांट से तय होते है। इसी आधार पर व्यापारी सोयाबीन की खरीदी करता है। इसमें किसी तरह की मनमानी नहीं है।
-महेंद्र जैन, महामंत्री, अनाज तिलहन व्यापार संघ
-जिले में उड़द व मूंग के लिए 47 केंद्र बना लिए गए हैं। यह खरीदी भारतीय खाद्य निगम करेगा। इसकी तैयारी चल रही है। वहीं धान के लिए पांच केंद्र बनाए है जिन पर 15 नवंबर से धान की खरीदी शुरू होगी।
विजय सालोदे, सहायक आपूर्ति अधिकारी, खाद्य विभाग