शहर में नहीं निकले दूल्हा बने श्रीराम, बारात की हुई रस्म अदायगी
रामलीला परिसर में ही इस बार निकाली गई रामबारात
शहर में नहीं निकले दूल्हा बने श्रीराम, बारात की हुई रस्म अदायगी
विदिशा. ऐतिहासिक रामलीला के 120 वें वर्ष में कोरोना संक्रमण का साया है। यही कारण है कि पहले दिन शिव बारात के बाद अब राम बारात भी शहर में नहीं निकल पाई। बारात रामलीला परिसर से ही उठी और वहीं फेरा लगाकर विवाहोत्सव मनाया गया। वहीं इस बार विधायक सहित अनेक गणमान्य लोग भी बारात में शामिल नहीं पहुंचे। इस प्रकार राजा दशरथ के चारों पुत्रों के विवाह की रस्म अदायगी की गई। बारात के बाद रामलीला परिसर में ही विवाह की रस्में पूरी की गईं और दशरथ के चारों पुत्रों का विवाह राजा जनक की पुत्री सीता सहित अन्य राजकुमारियों से हुआ। इसके बाद दशरथ सभा का आयोजन हुआ और ब्राम्हण भोज आयोजित किया गया। रविवार होने के कारण अपेक्षाकृत रामलीला और मेला परिसर में चहल पहल अपेक्षाकृत ज्यादा रही। राम बारात में रामलीला समिति के ही अधिकांश लोग शामिल हुए। अब सोमवार को राम वनवास और गंगा तरण की लीला का दर्शन होगा।
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