इस अवसर पर प्रभारी मंत्री यादव ने कहा कि सबको प्रेम और सबको न्याय के साथ सबको अधिकार मिलें। जय जगत यात्रा में मेक्सिको तथा जिनेवा के यात्री भी शामिल हैं। मंगलवार को यह जय जगत यात्रा शहर में मार्च करेगी।
विदिशा पहुंचे मेक्सिको की सोनिया और जोतिबा तथा जिनेवा से आए हुए पत्रकार मिशेल ने छात्रों से अहिंसा पर चर्चा की। सोनिया मेक्सिको में एक्टिविस्ट के रूप में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अहिंसा को एक टेक्निकल टूल के रूप में उपयोग किया जा रहा है तथा वहां पर फैल रही हिंसा से लोगों को हम शिक्षा के माध्यम से अहिंसा का पाठ पढ़ा कर बापू की फिलॉसफी से विश्वविद्यालय एवं कॉलेज में अहिंसा को एक कोर्स के रूप में पढ़ा कर वहां परिवर्तन कर रहे हैं।
इस यात्रा का उद्देश्य पूरी दुनिया को जमीन की लड़ाई से मुक्त कराना, गरीबों को वंचितों को उनको जमीन दिलवाना तथा पूरी दुनिया में न्याय और शांति की स्थापना, प्रकृति की रक्षा के साथ ही इंसान की हैवानियत को खत्म करना है। इन सब विचारों के साथ ही महात्मा गांधी की फिलॉसफी के साथ उनका संदेश पूरी दुनियां को देना है।
शाम को सेंट मेरी में पहुंची जय जगत यात्रा का स्वागत वहां के फादर फ्रीजो ने किया। इस अवसर पर जय जगत यात्रा में आए लोगों ने कहा कि गांधी किसी एक राजनैतिक दल या देश की धरोहर नहीं हैं, पूरा विश्व गांधी का है और गांधी पूरे विश्व के। हम एक साथ मिलकर पूरी दुनियों को न्याय और शांति का संदेश देंगे।
यह यात्रा 10 हजार 151 किमी का सफर पूरा करके दिल्ली से स्विटजरलैंड और जिनेवा पहुंचेगी। यात्रा का नेतृत्व कर रहे राजगोपाल पीवी ने मप्र और दुनियां को गांधीमय बनाने का आव्हान किया। यह यात्रा चार दिन से विदिशा जिले के विभिन्न स्थानों से होते हुए सोमवार की शाम विदिश शहर पहुंची। जय जगत के शांति दूत कल सुबह 10 बजे सेंट मेरी स्कूल से पदयात्रा करते हुए पीतल, नया ब्रिज, माधव गंज चैराहा, मेन मार्केट, कोतवाली, तिलक चैक और गांधी चैक से होते हुए दोपहर तक एसएटीआई पहुंचेंगे।
यहां विश्व शांति के लिए 19 से 22 नवंबर तक आयोजित चार दिवसीय शिविर का शुभारंभ किया जाएगा। शिविर में अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, यूरोप और एशिया से 10 देशों के शांति दूत भाग लेंगे।