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विदिशा

नगर में दिन भर गूंजी आंदोलन और विरोध की आवाज

सपाक्स, आदिवासी समाज, युवक कांग्रेस और भाजयुमो उतरी सड़कों पर…

विदिशाAug 10, 2018 / 02:41 pm

brajesh tiwari

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विदिशा. अलग-अलग संगठनों ने गुरुवार को दिन भर नगर में अपने-अपने मुद्दे लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया। सपाक्स ने आरक्षण के विरोध में, आदिवासी समाज ने अपनी मांगों को लेकर, युवक कांग्रेस ने निकाली सद्भावना यात्रा, लेकिन मंच पर सरकार को जमकर कोसा और भाजयुमो ने घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। दिन भर नगर की सड़कों, चौराहों पर आंदोलन और विरोध की गंूज सुनाईदेती रही।
सपाक्स का सद्बुद्धि यज्ञ और अद्र्धनग्न प्रदर्शन
दलित उत्पीडऩ अधिनियम को लेकर मामला गर्माने लगा है। सपाक्स समाज संस्था ने इस कानून को काला कानून बताते हुए इसे वापस लेने जमकर नारे लगाए। हवन किया और अद्र्धनग्न प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
सपाक्स जिला इकाई के सदस्य सुबह दुर्गानगर चौराहा स्थित महाराणा प्रताप प्रतिमा के समक्ष एकत्रित हुए। जहां प्रतिमा पर माल्र्यापण कर सरकार व राजनीतिक दलों की सद्बुद्धि के लिए प्रतिमा स्थल पर यज्ञ किया। यहां अपनी शर्टबनियान उतारकर सदस्य विभिन्न नारों की तख्तियां लेकर दुपहिया वाहनों में सवार होकर नारे लगाते कलेक्ट्रेट पहुंचे। इन सदस्यों ने यहां काला कानून वापस लेने, वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा जैसे कईनारे लगाए।
सदस्यों का कहना है कि भारत सरकार द्वारा वोट बैंक की राजनीति के लिए 23 प्रतिशत आबादी का तुष्टिकरण कर देश में समानता, भाईचारा व समरसता का वातावरण बिगाड़ दिया है। देश को वर्ग संघर्षकी ओर धकेला जा रहा। सपाक्स ने अर्धनग्न होकर कलेक्ट्रेट में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। इस दौरान डॉ. नरेंद्र शुक्ला, जिला अभिभाषक संघ के सचिव कृपालसिंह अड़क, रविकांत शर्मा, मानवेंद्र शर्मा, हेमंत राजपूत, प्रवेंद्र शर्मा, अतुल तिवारी, आकाश मीणा, राहुल विश्वकर्मा, पिंटू बना, संजय प्रजापति, आदि बड़ी संख्या में सपाक्स सदस्य मौजूद रहे।
घुसपैठ के विरोध में भाजयुमो का मशाल जुलूस
भारत में घुसे 40 लाख से अधिक बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत से बाहर करने की मांग को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा गुरुवार की शाम माधवगंज से तिलकचौक तक मशाल जुलूस निकाला गया।
इस दौरान कार्यकर्ता हाथों में मशाल रखे हुए थे और बांग्लादेशी घुसपैठियों भारत छोड़ो के नारे लगा रहे थे। शाम करीब छह बजे माधवगंज पर युवा मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकत्रित हुए। वक्ताओं ने कहा कि सरकारी रिकार्ड में करीब 40 लाख बांग्लादेशी घुसपैठिये भारत में हैं। जबकि इनकी संख्या इन आंकड़ों से भी अधिक है।
यह घुसपैठिये भारत में कत्लेआम करने के साथ ही कई संदिग्ध गतिविधियों में संलग्न हैं। इसलिए इन्हें भारत से बाहर किया जाए। भाषणबाजी के बाद मशाल जुलूस शुरु हुआ, जो निकासा होते हुए तिलकचौक तक पहुंचा। इस दौरान युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बलवीरसिंह रघुवंशी, मंडल अध्यक्ष पदम भदौरिया, मनोज कटारे, मंजरी जैन, रामपालसिंह, लोचन राजपूत, गिरीश सोनी आदि मौजूद रहे।
सड़कों पर सद्भावना, मंच पर सरकार के खिलाफ शंखनाद
युवा कांग्रेस ने नफरत छोड़ो गांधी संदेश सद्भावना यात्रा गुरुवार को निकाली। शाम चार बजे नीमताल पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हुए और युवक कांग्रेस के नवनियुक्त कार्यकारी जिलाध्यक्ष वैभव भारद्धाज के नेतृत्व में ढोल-ढमाकों के साथ रैली शुरु की, जो कागदीपुरा, तिलकचौक, निकासा होते हुए माधवगंज पहुंची जहां रैली सभा में तब्दील हुई। इस दौरान भारद्वाज का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर और फूलमालाओं से स्वागत किया गया।
रैली में युवा हाथों में ध्वज रखे हुए थे। करीब 50 ढोलों की थाप पर युवा नाचते-गाते हुए चल रहे थे। माधवगंज पर हुई सभा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठों ने वैभव को अपना आशीर्वाद दिया। वहीं वक्ताओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया और भारद्धाज को जो पार्टी में काम करे और सक्रिय कार्यकर्ताओं को टीम में शामिल करने के लिए कहा।
इस दौरान पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा, गंजबासौदा विधायक निशंक जैन, वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशांक भार्गव, पूर्व नपाध्यक्ष अशोक ताम्रकार, वीरेंद्र पीतलिया, महेंद्र यादव, शैलेंद्र भदौरिया, गोविंदसिंह राजपूत, मेहमूद कामिल, अजय कटारे, सुरेंद्र भदौरिया, आशीष माहेश्वरी, सुजीत देवलिया, सौमित्र मिश्रा और अनुज लोधी आदि मौजूद रहे।
आदिवासी भी निकले मांगों को लेकर सड़कों पर
विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में अभिनंदन गार्डन में गुरुवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने शिक्षा, नशामुक्ति, एकजुटता और कुप्रथाएं दूर करने पर जोर दिया। इसके बाद सभी वहां से रैली के रुप में अहमदपुर तिराहा, नेशनल हाइवे से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे।
जहां डिप्टी कलेक्टर मकसूद अहमद को राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिसमें विश्व आदिवासी दिवस के दिन शासकीय अवकाश घोषित किए जाने, आदिवासी क्षेत्रों में प्रीमेट्रिक और पोस्टमेट्रिक छात्रावास संचालित किए जाने, आदिवासी धर्मशाला के लिए शासकीय भूमि उपलब्ध करवाने, आदिवासियों के खाली पड़े बैकलॉग पदों को तत्काल सीधी भर्ती अभियान के तहत भरने सहित 10 सूत्रीय मांगे शामिल हैं। इस दौरान प्रमुख रूप से संतोष पंदरे, सुनील सरेआम, किशोर कुमार, बाबूलाल ठाकुर, फूलसिंह सहरिया, अनीता चंदेरे, पार्षद अरुणा मांझी आदि मौजूद रहे।

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