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बोवनी से छूटे 2 लाख हैक्टेयर में अब चल पड़े ट्रेक्टर

locationविदिशाPublished: Jun 30, 2022 02:57:28 pm

Submitted by:

Bhupendra malviya

बारिश के कारण रुका था बोवनी एवं धान की रोपाई का कार्य

बोवनी से छूटे 2 लाख हैक्टेयर में अब चल पड़े ट्रेक्टर

बोवनी से छूटे 2 लाख हैक्टेयर में अब चल पड़े ट्रेक्टर

विदिशा। बीती शाम हुई तेज बारिश किसानों के चेहरों पर खुशी लाने वाली रही। जिले में करीब 2 लाख हैक्टेयर बोवनी से छूटा हुआ था और किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे। इस बारिश के बाद अब खेतों में ट्रेक्टर उतर आए हैं और शेष रह गई बोवनी का कार्य शुरू हो चुका है। इसी के साथ ही किसान धान की रोपाई का कार्य भी अब कर सकेंगे। कृषि विभाग के मुताबिक एक सप्ताह में जिले में करीब 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो जाएगा।

मालूम हो कि किसान करीब एक सप्ताह से अच्छी बारिश होने का इंतजार कर रहे थे। पूर्व में कुछ दिन की बारिश के बाद जिले में करीब 60 प्रतिशत बोवनी का कार्य पूरा हो चुका था, लेकिन उसके बाद से बारिश रुकी हुई थी तेज गर्मी के कारण जमीन में लगातार नमी के कम होने से इस बोवनी को लेकर किसान नुकसान की आशंका में थे, वहीं जो किसान बोवनी नहीं कर पाए थे उन्हें बारिश का बेसब्री से इंतजार था और जिले में बोवनी से करीब 2 लाख हैक्टेयर क्षेत्र छूटा हुआ था। बीती शाम तेज बारिश से अब किसानों के खेतों में बोवनी के लिए ट्रेक्टर चल पड़े हैं। कृषि विभाग का मानना है कि जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में बोवनी का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
खामखेड़ा क्षेत्र में बोवनी में आई तेजी
किसानों के मुताबिक खामखेड़ा के दर्जनों गांव बोवनी से छूटे हुए थे। क्षेत्र के किसान राजकुमार बघेल, लाखनसिंह आदि ने बताया कि

खेत पहले से ही तैयार थे लेकिन बारिश रुकी हुई थी। अब बारिश हो जाने से ग्राम लोदाखेड़ी, गंगरबाड़ा, खामखेड़ा, सलैया, बालाबरखेड़ा,बर्रो, खजूरी, बामोरा, करैयाहाट आदि कई गांव में सोयाबीन की बोवनी में तेजी आई है। आगामी कुछ ही दिनों में इस क्षेत्र में बोवनी का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसी तरह अन्य क्षेत्रों में भी जो खेत बोवनी से छूट गए थे उन सभी सभी खेतों में बोवनी के लिए ट्रेक्टर चलने लगे हैं।
धान की पौध तैयार अब होगी रोपाई

इसी तरह किसान धान की पौध तैयार कर चुके और अब रोपाई की तैयारी है। किसानों के मुताबिक ग्राम गजार, मूंडरा, पड़रिया, लश्करपुर, परसपरसौरा, सुरई, छापखेड़ा, जीवाजीपुर, खेरूआ आदि क्षेत्र में अधिकांश किसान धान की फसल लेते हैं। इसमें पूर्व में अधिकांश किसान सीडडि्रल से धान की बोवनी कर चुके है। करीब 20 प्रतिशत धान रौपे के जरिए लगाई जाती है। यह रौपे अब पूरी तरह तैयार है और गढ़े में इनकी रोपाई का कार्य इस एक सप्ताह में पूरा हो जाएगा।
5 लाख 27 हजार हैक्टेयर है प्रस्तावित रकबा
कृषि विभाग के मुताबिक जिले में इस बार खरीफ का रकबा 5 लाख 27 हजार हैक्टेयर प्रस्तावित है। इसमें सर्वाधिक 2 लाख 50 हजार हैक्टेयर में सोयाबीन की बोवनी होना है। वहीं उड़द का 1 लाख 70 हजार हैक्टेयर रकबा प्रस्तावित है एवं 70 हजार हैक्टेयर में धान की फसल प्रस्तावित है। शेष रकबे में जुवार, मूंग, अरहर, बाजरा, मक्का आदि की फसल का रकबा रहेगा।

वर्जन
जिले में बोवनी का कार्य तेजी से शुरू हो गया है। जुलाई के पहले सप्ताह तक 90 प्रतिशत बोवनी कार्य पूरा हो जाएगा। जिले में खाद की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। तीन दिन के अंदर एक रैक और बुलवाई गई जिसमें 2700 मैटि्रक टन एनपीके खाद आएगी। किसान खाद का भंडारण न करें उन्हें खाद की कमी नहीं रहने दी जाएगी।

-पीके चौकसे, उप संचालक, कृषि विभाग
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