ग्राम कालादेव के पूर्व सरपंच रामेश्वर शर्मा ने बताया की गांव के फतेह सिंह अहिरवार एक खेत में काम कर रहा था। उसके तीनों बच्चे १२ वर्षीय विशाल, आठ वर्षीय निक्की और पांच वर्षीय सौरभ खेत से चना बीनकर साइकिल से करीब साढ़े दस बजे घर जा रहे थे। इस दौरान गांव के पास ही सावनखेड़ी तरफ से आ रहे तेज रफ्तार चार पहिया वाहन ने साइकिल को टक्कर मार दी। हादसा इतना जबरदस्त था कि घटना स्थल पर ही तीनों बच्चों की मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। वहीं पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया और माहौल गमगीन हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि तेज गति से आ रहे वाहन की टक्कर से यह हादसा हुआ। ग्रामीणों के अनुसार वाहन में तीन लोग सवार होना बताया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार कालादेव के पास ही तीतरवर्री गांव में कालापहाड़ के एक व्यक्ति ने जमीन ले रखी है जिसके चलते यह वाहन तीतरवर्री आया था।
एसडीएम,एसडीओपी पहुंचे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
हादसें में घायल बच्चों को लटेरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टर्स ने तीनों बच्चों को मृत घोषित किया। घटना की जानकारी लगते ही एसडीएम बृजेंद्रसिंह यादव, एसडीओपी भंवरसिंह सिसौदिया, थाना प्रभारी नितिन पटले आदि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और मामले की जानकारी ली। वहीं पीएम होने तक सभी अधिकारी वहां मौजूद रहे। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपे गए।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
घटना की जानकारी लगते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर दिवंगतों श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि विदिशा में बोलेरो से टक्कर में साइकिल सवार बच्चों के आकस्मिक निधन का हृदय विदारक समाचार मिला। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दे और परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। दुख की इस घड़ी में वे परिवार के साथ हैं। विनम्र श्रद्धांजलि।