जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में अच्छे पार्क की कमी को देखते हुए नगरपालिका ने करीब दो करोड़ की लागत से पार्क निर्माण की कार्ययोजना बनाईऔर कार्य शुरू कराया था। एक वर्ष में यह कार्य पूरा कर लेने की बात कहीं गई थी। इससे क्षेत्र के रहवासी उत्साहित थे कि उन्हें जल्द ही अच्छा पार्क मिलेगा और पार्क की एक बड़ी कमी दूर हो सकेगी, लेकिन पार्क के नाम पर अभी बाउंड्रीवाल ही उठ पाई और हरी घांस लगने का कार्य चल रहा है।
अभी 60 प्रतिशत बकाया है कार्य
यह पार्क करीब 20 बीघा में तैयार कराया जा रहा। इस कार्य के लिए समयावधि नवंबर 2018 थी जो बीत चुकी और अब तक पार्क का कार्य सिर्फ 40 प्रतिशत हो पाया है। पार्क में घांस रास्ता, वृक्षारोपण, इंटरलाकिंग पेबर ब्लाक, बच्चों के खेलने का स्थान शौचालय, जिम, जल आपूर्ति की व्यवस्था, फव्वारे, बैडमिंटन और बास्केटवाल कोर्ट आदि कार्य अभी नहीं हो पाए हैं।
यह पार्क करीब 20 बीघा में तैयार कराया जा रहा। इस कार्य के लिए समयावधि नवंबर 2018 थी जो बीत चुकी और अब तक पार्क का कार्य सिर्फ 40 प्रतिशत हो पाया है। पार्क में घांस रास्ता, वृक्षारोपण, इंटरलाकिंग पेबर ब्लाक, बच्चों के खेलने का स्थान शौचालय, जिम, जल आपूर्ति की व्यवस्था, फव्वारे, बैडमिंटन और बास्केटवाल कोर्ट आदि कार्य अभी नहीं हो पाए हैं।
तालाब निर्माण दूसरे चरण में
शहर के माधव उद्यान की तरह इस पार्क में भी तालाब निर्माण की योजना थी। तालाब को इसलिए शामिल किया गया कि इस क्षेत्र में जलस्तर बढ़ेगा और गर्मियों में होने वाली पानी की समस्या हल हो सकेगी, लेकिन पार्क में तालाब का यह कार्य दूसरे चरण में होने से फिलहाल टल गया है।
शहर के माधव उद्यान की तरह इस पार्क में भी तालाब निर्माण की योजना थी। तालाब को इसलिए शामिल किया गया कि इस क्षेत्र में जलस्तर बढ़ेगा और गर्मियों में होने वाली पानी की समस्या हल हो सकेगी, लेकिन पार्क में तालाब का यह कार्य दूसरे चरण में होने से फिलहाल टल गया है।
पार्क की जगह में एक हिस्से को लेकर भूमि संबंधी विवाद रहने से कार्य कुछ समय रुका रहा। इस वित्तीय वर्ष में पार्क का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। तालाब एवं अन्य कार्य दूसरे चरण में होंंगे।
-अनिल पिप्पल, एई, नपा
-अनिल पिप्पल, एई, नपा