जिपं सीइओ को भी ग्रामीणों ने गांव में नहीं घुसने दिया
गांव में प्रवेश से रोकने के लिए लगाया बैरीकेड
जिपं सीइओ को भी ग्रामीणों ने गांव में नहीं घुसने दिया
विदिशा. कोरोना काल की जागरुकता और कोरोना क$फ्र्यू का ग्रामीणों द्वारा कड़ाई से पालन का उदाहरण सोमवार को भदारबड़ा गांव में तब मिला जब गांव में 7 संक्रमितों के मिलने के बाद व्यवस्थाएं देखने और ग्रामीणों से चर्चा करने जिला पंचायत सीइओ नीतू माथुर भदारबड़ा पहुंचीं। यहां उनके आने की खबर सुुनकर जिला पंचायत अध्यक्ष तोरणसिंह अपने घर से गांव के बाहर तक आए, अध्यक्ष से सीइओ माथुर ने ग्रामीणों द्वारा बरते जा रहे एहतियात की जानकारी ली। इस पर अध्यक्ष दांगी ने उनसे गांव में चलकर ग्रामीणों से खुद बात करने का आग्रह किया। सीइओ चल दीं अध्यक्ष के साथ। लेकिन गांव के प्रवेश द्वार पर ही बांसों का बैरीकेड्स लगाए बैठे ग्रामीणों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। इस पर अध्यक्ष तोरणसिंह ने ग्रामीणों को बताया कि ये जिला पंचायत की बड़ी अधिकारी और सीइओ हैं, इस पर एक बुजुर्ग ने हाथ जोड़कर सीइओ से कहा-मैडम जी, कुछ दिन बाद आ जाएं, अभी किसी भी बाहरी को अंदर आने नहीं दिया जा रहा है। इस पर सीइओ माथुर ने ग्रामीणों की जागरुकता और उनके द्वारा गाइडलाइन के इस सख्ती से पालन पर खुशी जाहिर की और कहा कि हम चाहते हैं कि इतने ही जागरुक सभी गांव हों। इसके बाद वहां से लौटीं सीइओ ने गांव के बाहर ही बने पंचायत भवन के आइसोलेशन सेंटर का जायजा लिया और जरूरी निर्देश दिए। गौरतलब है कि यहां 7 केस मिलने के बाद ग्राम क्रायसेस मैनेजमेंट समिति ने खुद ही गांव में 5 दिन का लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया था, जिसे अब 2 दि