नन्हे से बेटे की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है। मिरांडा के माता-पिता स्कूल से बेटे की मौत के पीछे का सच जानना चाहते हैं। पूरा मामला करीब 5 महीने पहले का है, जब रिकार्डो के हाथों में ही उनके बच्चे ने दम तोड़ दिया था। रिकार्डो ने बताया, ” स्कूल ने हमें मिरांडा के साथ हुए हादसे को लेकर किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी, कि आखिर उसके साथ स्कूल में हुआ क्या था? मुझे ऐसा लगा जैसे स्कूल ने मेरे बच्चे को लौटाया ताकि मैं उसे दफना सकूं।
5 महीने पहले अपने नन्हे से बेटे को दफनाने वाले रिकार्डो स्कूल से जवाब पाने के लिए बेचैन हो रहे हैं। अपने दुखों की कहानी सुनाते हुए रिकार्डो ने कहा कि जब वह इस दुनिया में आया तो भी वह मेरे हाथों में था और जब दुनिया छोड़कर गया तो भी मेरे हाथों में था। रिकार्डो ने कहा कि उन्होंने अपने हाथों से अपने छोटे से बच्चे को दफनाया, जो इस दुनिया का कोई भी माता-पिता कभी ज़िंदगी में भी नहीं करना चाहेगा।
तो वहीं न्यूज़ीलैंड के शिक्षा मंत्रालय ने इस मामले पर कहा है कि पाल्मरस्टन नॉर्थ के लिटिल मंकी प्री-स्कूल के टीचरों ने उसी दिन इस हादसे पर प्रतिक्रिया दी थी। स्कूल में मिरांडा के गिरने का कोई फुटेज नहीं मिल रहा है, लिहाज़ा मामले की जांच करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। शिक्षा विभाग ने कहा कि हादसे वाले दिन स्टाफ के जितने भी लोग स्कूल में मौजूद थे, सभी से पूछताछ की गई है। लेकिन कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आ रही है। फिलहाल स्कूल का लाइसेंस वापस लौटा दिया गया है।