इस संगीतकार का वैसे तो असली नाम इंजीनियर एसबी राव है लेकिन जब यह संगीतज्ञ बने तो इनका नाम हो गया गिटार राव। इस संगीतकार का मुख्य मकसद है कि वो संगीत के जरिए दुनिया में शांति और अमन कायम करे, वह चाहता है कि पूरे भारत में स्वच्छ भारत की तर्ज पर ‘संगीत भारत’ अभियान शुरू किया जाए। आंध्र प्रदेश में जन्मे एसबी राव चाहते हैं कि संगीत के माध्यम से लोगों का तनाव दूर किया जाए, इसके लिए वो प्रतिदिन दिल्ली के तीन स्थानों में लोगों को संगीत सिखाते हैं। इसके बदले में राव जो फीस लेते हैं वह सभी को चौंकाने वाली है। पूरे साल भर की फीस सिर्फ एक रुपए है।
इंजीनियर एसबी राव के गिटार राव बनने की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। राव बताते हैं कि जब वह नौकरी करते थे तब किसी कारणवश वह कर्ज़ में डूब गए और फिर कभी वो इससे उबर नहीं पाए। ऐसे में उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला लिया और तिरुपति चले गए। यहां पर इन्होंने संगीत सीखा, इससे काफी हद तक उनका तनाव दूर हुआ। इसके बाद राय ने तय किया वो दूसरे लोगों को संगीत सिखाएंगे जिससे लोगों की जिंदगी में तनाव न आए।
गिटार राव चाहते हैं कि स्वच्छ भारत अभियान की तरह प्रधानमंत्री मोदी ‘संगीत भारत अभियान’ भी शुरू करें क्योंकि संगीत से लोग तनाव से दूर रहेंगे और खुश रहेंगे।
फिलहाल गिटार राव सुबह 7 से 9 बजे तक आंध्र भवन के सामने संगीत सिखाते हैं। दोपहर में 2 से शाम 6 बजे तक विजय चौक पर सिखाते हैं. इसके बाद शाम 6 से 9 बजे तक इंडिया गेट के लॉन में इनके संगीत की धुनें सुनाई देती हैं। गिटार राव कई बड़े लोगों को संगीत सिखा चुके हैं इसके अलावा वो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ आंध्र के मुख्यमंत्री से भी मिल चुके हैं और उन्हें संगीत सिखाने का ऑफर दे चुके हैं।